यूक्रेन और अमेरिका के बीच मंगलवार को एक अहम बैठक हुई, जिसमें युद्धविराम को लेकर चर्चा हुई। इस बैठक के बाद यूक्रेन ने अमेरिका के 30 दिनों के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए इसे शांति की ओर एक सकारात्मक कदम बताया। हालांकि, अब अमेरिका की जिम्मेदारी है कि वह रूस को इसके लिए मनाए।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि जैसे ही रूस इस प्रस्ताव पर सहमति देगा, युद्धविराम तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज के साथ हुई बैठक में यूक्रेनी अधिकारियों ने युद्धविराम से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की।
रूस की शर्तें बनी रुकावट
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूर्वी यूक्रेन के चार प्रमुख क्षेत्रों—डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और जापोरीजिया—पर पूर्ण नियंत्रण चाहते हैं। रूस पहले ही यूक्रेन के 20% हिस्से पर कब्जा कर चुका है, जिससे वार्ता में बाधा आ रही है।
अमेरिका-यूक्रेन वार्ता के प्रमुख बिंदु
- युद्धविराम केवल हवा और समुद्री क्षेत्रों को छोड़कर पूरे युद्धक्षेत्र पर लागू होगा।
- अमेरिका रूस को युद्धविराम के लिए सहमत कराने का प्रयास करेगा।
- यूक्रेन को अमेरिका से सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने की सुविधा मिलेगी।
- अमेरिका और यूक्रेन के बीच रेयर मिनरल्स डील को जल्द पूरा करने पर सहमति बनी।