प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मॉरीशस दौरे का दूसरा दिन ऐतिहासिक रहा। उन्होंने मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान पीएम मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ दिया गया। यह सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं।
भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंध रहे हैं। इस यात्रा में दोनों देशों ने अपनी मित्रता को और मजबूत करने के लिए 8 प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें रक्षा, व्यापार, बुनियादी ढांचे और डिजिटल सहयोग से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।
Honoured to be conferred the Grand Commander of the Order of the Star and Key of the Indian Ocean, and that too on Mauritius’ National Day. pic.twitter.com/LaaurcKbzx
— Narendra Modi (@narendramodi) March 12, 2025
भारत बनाएगा मॉरीशस का नया संसद भवन
प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि भारत मॉरीशस में नए संसद भवन के निर्माण में सहयोग करेगा। इसे उन्होंने ‘लोकतंत्र की जननी’ भारत की ओर से मॉरीशस के लिए एक उपहार बताया। इससे मॉरीशस में लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूती मिलेगी और दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
भारत और मॉरीशस के बीच हुए 8 बड़े समझौते
- रक्षा और समुद्री सुरक्षा: दोनों देश हिंद महासागर क्षेत्र में साझा सुरक्षा सहयोग को मजबूत करेंगे।
- डिजिटल भुगतान और फिनटेक सहयोग: UPI और डिजिटल पेमेंट टेक्नोलॉजी को मॉरीशस में लागू किया जाएगा।
- बुनियादी ढांचा विकास: भारत मॉरीशस में नए संसद भवन सहित अन्य परियोजनाओं में सहयोग करेगा।
- स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान: दोनों देश हेल्थकेयर सेक्टर में अनुसंधान और संसाधनों का आदान-प्रदान करेंगे।
- जलवायु परिवर्तन और ग्रीन एनर्जी: अक्षय ऊर्जा और सतत विकास परियोजनाओं पर काम किया जाएगा।
- व्यापार और निवेश: व्यापारिक संबंधों को और गति देने के लिए नए उपायों पर सहमति बनी।
- शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान: भारतीय छात्र मॉरीशस में और मॉरीशस के छात्र भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
- टेक्नोलॉजी और इनोवेशन: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल इनोवेशन में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
भारत-मॉरीशस साझेदारी को मिला ‘एनहांस्ड स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप’ का दर्जा
पीएम मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने भारत-मॉरीशस संबंधों को ‘एनहांस्ड स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप’ (Enhanced Strategic Partnership) का दर्जा देने की घोषणा की। इसका उद्देश्य अर्थव्यवस्था, रक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग को और मजबूत करना है।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने पीएम मोदी की यात्रा को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा–
“भारत हमारे विकास में सबसे विश्वसनीय भागीदार है। प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी दोनों देशों के मजबूत रिश्तों का प्रमाण है।”
विशेषज्ञों की राय: भारत-मॉरीशस सहयोग क्यों अहम?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हिंद महासागर में भारत की रणनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए मॉरीशस के साथ यह साझेदारी बेहद महत्वपूर्ण है। चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच यह दौरा भारत के लिए कूटनीतिक दृष्टि से भी अहम साबित हो सकता है।

- मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की टुकड़ियों ने भी भाग लिया।
- पीएम मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ दिया गया, यह सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय बने।
- भारत और मॉरीशस के बीच 8 प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें रक्षा, डिजिटल फिनटेक, व्यापार, स्वास्थ्य और शिक्षा सहयोग शामिल हैं।
- भारत मॉरीशस में नए संसद भवन के निर्माण में सहायता करेगा, जिसे पीएम मोदी ने ‘लोकतंत्र की जननी’ भारत की ओर से एक उपहार बताया।
- पीएम मोदी ने मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिससे दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को ‘एनहैन्स्ड स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप’ का दर्जा मिला।