सरकार ने पैन 2.0 प्रोजेक्ट लॉन्च किया, जिसमें टैक्सपेयर्स को मुफ्त क्यूआर कोड वाला पैन मिलेगा। जानिए इसके फायदे और आवेदन प्रक्रिया।
केंद्र सरकार ने टैक्सपेयर्स की मदद के लिए पैन 2.0 प्रोजेक्ट (PAN 2.0 project) की घोषणा की है। इस प्रोजेक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई, और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नया पैन अब क्यूआर कोड के साथ आएगा। यह पैन सभी टैक्सपेयर्स को बिना किसी शुल्क के प्रदान किया जाएगा। सरकार का अनुमान है कि इस प्रोजेक्ट पर लगभग 1,435 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या टैक्सपेयर्स को नए पैन के लिए फिर से आवेदन करना होगा? आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
कितना लगेगा चार्ज?
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि टैक्सपेयर्स को क्यूआर कोड वाला पैन कार्ड मुफ्त में मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से इस प्रक्रिया को पूरी तरह से कागज रहित और सरल बनाया जाएगा। इसके अलावा, किसी भी शिकायत के समाधान पर भी सरकार विशेष ध्यान देगी। मौजूदा 78 करोड़ पैन धारकों को मुफ्त में क्यूआर कोड वाला नया पैन कार्ड दिया जाएगा। यह कार्ड बिना किसी शुल्क के जारी होगा।
क्या होंगे PAN 2.0 के फायदे
PAN 2.0 एक ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य टैक्सपेयर्स के लिए पैन और TAN सर्विसेज को टेक्नोलॉजी द्वारा बेहतर और तेज बनाना है। यह प्रोजेक्ट पैन और TAN संचालन को एकीकृत करता है, जिससे टैक्सपेयर्स को कई फायदे मिलेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी एजेंसियों की डिजिटल सिस्टम के लिए पैन को एक सामान्य पहचानकर्ता के रूप में इस्तेमाल करना है।
पैन 2.0 के फायदे में शामिल हैं:
- बेहतर सर्विस डिलीवरी और तेज़ प्रक्रिया।
- डेटा कंसिस्टेंसी को सुनिश्चित करने के लिए सही एकल स्रोत।