अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के हालिया बयान ने वहां रह रहे लाखों भारतीय प्रवासियों की चिंता बढ़ा दी है। वेंस ने साफ तौर पर कहा है कि ग्रीन कार्ड धारकों को अमेरिका में स्थायी रूप से रहने का अधिकार नहीं है। उनका कहना है कि यह अमेरिकी नागरिकता की गारंटी नहीं देता और सरकार की नीतियों के आधार पर इसे वापस भी लिया जा सकता है।
ग्रीन कार्ड धारकों के अधिकारों पर क्या बोले उपराष्ट्रपति वेंस?
फॉक्स न्यूज के लोकप्रिय शो ‘द इंग्राहम एंगल’ में एक इंटरव्यू के दौरान जेडी वेंस ने कहा,
“ग्रीन कार्ड का मतलब यह नहीं है कि कोई अनिश्चितकाल के लिए अमेरिका में बस सकता है। अगर विदेश मंत्री और राष्ट्रपति तय करते हैं कि किसी व्यक्ति को अमेरिका में नहीं रहना चाहिए, तो उसे यहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब कोलंबिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट महमूद खलील को इजरायल-हमास युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। माना जा रहा है कि इसी संदर्भ में वेंस ने यह बयान दिया, जो प्रवासियों और विशेष रूप से भारतीय ग्रीन कार्ड धारकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
क्या है ग्रीन कार्ड और क्यों बढ़ रही है चिंता?
ग्रीन कार्ड अमेरिका का स्थायी निवास कार्ड है, जो विदेशी नागरिकों को अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति देता है। हालांकि, अब वेंस के बयान से यह स्पष्ट होता दिख रहा है कि इसका मतलब स्थायी नागरिकता नहीं है। अमेरिका में करीब 28 लाख भारतीय ग्रीन कार्ड धारक हैं, जो इस बयान के बाद सतर्क हो सकते हैं।
क्या ट्रंप प्रशासन के तहत बढ़ेगी सख्ती?
डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका में प्रवासियों पर सख्ती बढ़ गई है। वहां से अब अवैध प्रवासियों को जबरन वापस भेजा जा रहा है। वीजा और ग्रीन कार्ड आवेदनों की जांच सख्त हो रही है। अमेरिकी नागरिकता के नियमों को और कड़ा किया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में अमेरिका में स्थायी रूप से बसना और नागरिकता प्राप्त करना और मुश्किल हो सकता है।

- ग्रीन कार्ड धारकों के स्थायी निवास पर सवाल: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने स्पष्ट किया कि ग्रीन कार्ड का मतलब स्थायी निवास नहीं है, जिससे प्रवासियों में चिंता बढ़ गई।
- फॉक्स न्यूज इंटरव्यू में बड़ा बयान: वेंस ने कहा कि यदि राष्ट्रपति और विदेश मंत्री चाहें तो ग्रीन कार्ड धारकों को देश छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
- 28 लाख भारतीय प्रवासियों पर असर: अमेरिका में ग्रीन कार्ड पर रहने वाले 28 लाख भारतीय प्रवासी इस नीति में बदलाव से प्रभावित हो सकते हैं।
- ट्रंप प्रशासन की सख्ती: अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई तेज होने के साथ, अब वैध ग्रीन कार्ड धारकों पर भी नियम कड़े किए जा रहे हैं।
- अमेरिका में बसने की प्रक्रिया होगी कठिन: विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद अमेरिका में नागरिकता पाना और मुश्किल हो सकता है।