इराकी सेना ने एक बड़े सैन्य अभियान में ISIS के सीरिया प्रमुख अबू खदीजा को मार गिराया है। इस ऑपरेशन में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने भी सहयोग दिया। इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “अबू खदीजा इराक और दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में से एक था।”
ISIS, जो एक समय इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा कर चुका था, अब फिर से संगठित होने की कोशिश कर रहा है। लेकिन सुरक्षा बल लगातार उनके ठिकानों पर हमले कर रहे हैं।
अमेरिका ने भी किया था ISIS के ठिकानों पर हमला
सितंबर 2024 में अमेरिका ने सीरिया में ISIS और अल-कायदा के ठिकानों पर बड़ा हमला किया था। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक, 16 सितंबर को मध्य सीरिया में ISIS के ट्रेनिंग सेंटर पर एयरस्ट्राइक की गई, जिसमें 28 आतंकी मारे गए। इसके बाद 24 सितंबर को हुए हमले में अल-कायदा से जुड़े 9 आतंकियों को निशाना बनाया गया।
सीरिया में ISIS और अमेरिका के बीच संघर्ष की वजह क्या है?
सीरिया में 2011 से गृहयुद्ध चल रहा है। राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद हालात बिगड़ गए। इस संघर्ष में कई गुट शामिल हो गए—ISIS, फ्री सीरियन आर्मी (FSA), कुर्द फोर्सेज और अन्य आतंकवादी संगठन। अमेरिका और रूस भी अपने-अपने गुटों का समर्थन कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, इस गृहयुद्ध में 3 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 70 लाख से अधिक लोग देश छोड़कर जा चुके हैं।
अमेरिकी सेना अब भी सीरिया में क्यों मौजूद है?
अमेरिका 2019 में कह चुका था कि वह सीरिया से अपनी सेना हटा लेगा, लेकिन अब भी वहां 900 से ज्यादा सैनिक तैनात हैं। सीरियाई सरकार का आरोप है कि अमेरिका, कुर्द फोर्स की मदद से देश के तेल ठिकानों पर कब्जा जमाए बैठा है। हालांकि, अमेरिका का कहना है कि वह ISIS के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए वहां मौजूद है।
सीरिया का गृहयुद्ध अब कई देशों के हितों से जुड़ चुका है। रूस, अमेरिका, तुर्की, ईरान, सऊदी अरब और इजराइल अपने-अपने रणनीतिक उद्देश्यों के तहत अलग-अलग गुटों का समर्थन कर रहे हैं।

- इराकी सेना ने ISIS सीरिया प्रमुख अबू खदीजा को मार गिराया – यह कार्रवाई अमेरिकी सहयोग से हुई और इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने इसकी पुष्टि की।
- अबू खदीजा को दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में गिना जाता था – वह इराक और सीरिया में ISIS को फिर से संगठित करने की कोशिश कर रहा था।
- सितंबर 2024 में अमेरिका ने ISIS पर बड़ा हमला किया था – इस हमले में 37 आतंकवादी मारे गए थे, जिनमें 28 ISIS के लड़ाके और 9 अल-कायदा से जुड़े आतंकवादी थे।
- ISIS के खिलाफ अमेरिका और इराक का संघर्ष जारी – 2019 में ISIS चीफ अबू बक्र अल-बगदादी की मौत के बाद भी संगठन दोबारा खड़ा होने की कोशिश कर रहा है।
- सीरिया में कई गुटों के बीच युद्ध जारी – रूस, अमेरिका, तुर्की और ईरान जैसे देश अपने-अपने गुटों का समर्थन कर रहे हैं, जिससे यह क्षेत्रीय संकट और जटिल हो गया है।