राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। बामनवास उपखंड के बाटोदा थाना क्षेत्र के फुलवाड़ा गांव में एक 30 वर्षीय दूध डेयरी व्यवसायी सियाराम मीणा ने सोमवार को जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
धोखाधड़ी से कर्ज में डूबा व्यापारी, मानसिक दबाव ने ली जान
परिजनों के मुताबिक, सियाराम ने दो महीने पहले बैंक से 12 लाख रुपये का लोन लिया था। लेकिन इस रकम को चार लोगों ने धोखाधड़ी से अपने खाते में डलवा लिया। जब सियाराम ने उनसे अपने पैसे मांगे, तो उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
लगातार हो रहे मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर उसने सोमवार सुबह 11:30 बजे जहर खा लिया और खुदकुशी कर ली। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
आत्महत्या से पहले फेसबुक लाइव पर किए गंभीर खुलासे
परिजनों ने बताया कि सुसाइड से पहले सियाराम ने फेसबुक लाइव किया, जिसमें उसने आरोपियों के नाम उजागर किए।
लाइव में उसने मुकेश, विजय, हुकमचंद और विनोद उर्फ पिंटू को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। उसने कहा कि ये चारों उसे पैसे लौटाने के बजाय अत्यधिक ब्याज का दबाव बना रहे थे। परेशान होकर उसने जहर खाकर अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला किया।
अस्पताल ले जाते वक्त तोड़ा दम, गांव में शोक की लहर
जहर खाने के बाद सियाराम ने अपने परिजनों को फोन कर इसकी जानकारी दी। परिवारजन तुरंत उसे गंगापुर सिटी के निजी अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टरों ने जयपुर रेफर कर दिया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही सियाराम की मौत हो गई। खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया, लोगों ने घरों में चूल्हे तक नहीं जलाए।
पुलिस जांच में जुटी, परिजनों ने मांगी न्याय की गुहार
बाटोदा थाना प्रभारी यशपाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों के बैंक खातों की जांच और कड़ी सजा की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते इस तरह की धोखाधड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले समय में और भी लोग ऐसे कर्ज के दबाव में आत्महत्या कर सकते हैं।