महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार देर रात दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद कई थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। शहर में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, जिसके चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पुलिस अब तक 50 से अधिक लोगों को हिरासत में ले चुकी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। प्रशासन ने कड़े कदम उठाते हुए 10 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
सीएम फडणवीस ने कहा – शांति भंग करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “नागपुर के महल इलाके में जो तनावपूर्ण स्थिति बनी है, वह बहुत ही निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस और आम नागरिकों पर पत्थरबाजी की, जो पूरी तरह गलत है। मैं स्वयं इस घटना पर नजर बनाए हुए हूं।”
उन्होंने नागपुर के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि अगर कोई शांति भंग करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नितिन गडकरी की अपील – नागपुर का इतिहास शांति का रहा है
केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने भी जनता से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “नागपुर हमेशा से एक शांतिपूर्ण शहर रहा है। मैं सभी नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी तरह की हिंसा से दूर रहें।”
गडकरी ने प्रशासन से भी आग्रह किया कि वह हिंसा फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करे और जनता से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने को कहा।
महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान का बयान
महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि नागपुर में इस तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, “यह संतों की भूमि है। रामनवमी के दौरान यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए टेंट लगाए थे। यहां सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं। हिंसा फैलाने वाले असामाजिक तत्व बाहर से आए हैं। मैं सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।”
कांग्रेस सांसद का आरोप – मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
नागपुर हिंसा पर कांग्रेस सांसद श्यामकुमार बर्वे ने कहा कि यह घटना सुनियोजित लग रही है। उन्होंने कहा, “नागपुर में कभी हिंदू-मुस्लिम संघर्ष नहीं हुआ है। मैं दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। इस तरह की घटनाओं के जरिए असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।”
स्थिति नियंत्रण में, पुलिस ने बढ़ाई गश्त
वर्तमान में शहर में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन एहतियातन पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहें। पुलिस ने चेतावनी दी है कि हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।