इज़रायल और लेबनान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। शनिवार तड़के इज़रायल ने लेबनान में जबरदस्त हवाई हमले किए, जिसमें कई आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए गए। यह हमला लेबनान से इज़रायल पर दागे गए रॉकेट के जवाब में किया गया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए सेना को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे नागरिकों पर हुए हमले का जवाब दिया जाएगा। इज़रायल अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।”
यरुशलम पर मिसाइल हमला, हूती विद्रोहियों ने ली जिम्मेदारी
इससे पहले यरुशलम पर भी मिसाइल हमला हुआ, जिसे इज़रायली रक्षा प्रणाली ने बीच में ही रोक दिया। इस हमले की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली है। हमले के बाद राजधानी यरुशलम में सायरन की आवाजें गूंज उठीं और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका द्वारा यमन में हूती विद्रोहियों पर ताजा हवाई हमलों के बाद से इस क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। इसके साथ ही गाजा में इज़रायल की बमबारी में सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं।
नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज, युद्धविराम की मांग
गाजा में जारी युद्ध के विरोध में इज़रायल में भी प्रदर्शन तेज हो गए हैं। हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर के बाहर जमा हुए और युद्ध रोकने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से तत्काल युद्धविराम करने और हमास की हिरासत में मौजूद बंधकों को सुरक्षित वापस लाने की अपील की।
विरोध प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम अपने अपनों की सुरक्षित वापसी चाहते हैं। यह युद्ध अब खत्म होना चाहिए।”
गाजा में इज़रायली हमले तेज, हमास के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
इज़रायल ने हाल के दिनों में गाजा पर हमले और तेज कर दिए हैं। ताजा बमबारी में सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए और कई घायल हुए हैं। इज़रायल का कहना है कि हमास युद्धविराम समझौते का पालन नहीं कर रहा, इसलिए सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी।
वहीं, हमास का दावा है कि वह बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इज़रायल को पूरी तरह से युद्धविराम लागू करना होगा और उसकी शर्तों पर सहमत होना होगा। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच संघर्ष तेज हो गया है और मध्यपूर्व में हालात और भी गंभीर होते जा रहे हैं।

- इज़रायल ने किया बड़ा हवाई हमला – लेबनान से हुए रॉकेट हमले के जवाब में इज़रायल ने आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया।
- गाजा में बढ़ी बमबारी – इज़रायली सेना ने हमास के ठिकानों पर भीषण हमले किए, कई लोग हताहत हुए।
- यरुशलम पर मिसाइल हमला – हूती विद्रोहियों ने यरुशलम पर मिसाइल दागा, जिसे इज़रायली सुरक्षा प्रणाली ने निष्क्रिय कर दिया।
- अमेरिका की भूमिका – अमेरिका द्वारा यमन में हूती ठिकानों पर हमले के बाद तनाव और बढ़ा।
- नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन – इज़रायल में युद्धविराम की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज, सरकार पर दबाव बढ़ा।