सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। उनकी मौत के बाद मीडिया और राजनीतिक दबाव के चलते केस की जांच पहले मुंबई पुलिस और फिर सीबीआई को सौंपी गई। अब, 4 साल 6 महीने 15 दिन बाद, CBI ने फाइनल क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि सुशांत की मौत आत्महत्या थी और उन्हें उकसाने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
CBI ने दो प्रमुख मामलों की जांच की
- सुशांत के पिता केके सिंह की शिकायत – उन्होंने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने, पैसों के हेरफेर और धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे।
- रिया चक्रवर्ती की शिकायत – उन्होंने सुशांत के परिवार पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए खुद को इस मामले में झूठा फंसाने की बात कही थी।
CBI ने इन दोनों शिकायतों की गहन जांच की, लेकिन किसी भी अपराध की पुष्टि नहीं हुई।
सुशांत सिंह राजपूत केस: अब तक क्या हुआ?
साल- 2020
4 जून:
- मुंबई के बांद्रा स्थित घर में सुशांत सिंह राजपूत मृत पाए गए।
- उनके हाउस हेल्पर नीरज कुशक ने पुलिस को सूचना दी।
- पुलिस ने मौके पर जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
15 जून:
- सुशांत के बहनोई और IPS अधिकारी ओपी सिंह ने जांच की मांग उठाई।
- पिता और बहनों के पहुंचने के बाद सुशांत का अंतिम संस्कार किया गया।
16 जून:
- महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस से गहराई से जांच करने को कहा।
18 जून:
- मुंबई पुलिस ने रिया चक्रवर्ती का बयान दर्ज किया।
19 जून:
- सोशल मीडिया पर सुशांत की मौत को लेकर बहस तेज हुई।
- फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म का मुद्दा गरमाया।
28 जुलाई:
- सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में रिया चक्रवर्ती, उनके परिवार और अन्य लोगों पर शिकायत दर्ज कराई।
- केस में धोखाधड़ी, पैसों के हेरफेर और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए गए।
6 अगस्त:
- CBI ने सुशांत केस में FIR दर्ज की।
18 अगस्त:
- ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रिया चक्रवर्ती से पूछताछ की।
27 अगस्त:
- NCB ने रिया चक्रवर्ती और अन्य लोगों पर ड्रग्स से जुड़े आरोपों में केस दर्ज किया।
28 अगस्त:
- रिया पहली बार CBI के सामने पेश हुईं और पूछताछ हुई।
8 सितंबर:
- NCB ने रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया।
- फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग नेक्सस का खुलासा हुआ।
7 अक्टूबर:
- 28 दिनों बाद रिया चक्रवर्ती को भायखला जेल से रिहा किया गया।
साल- 2021
28 मई:
- NCB ने सिद्धार्थ पिठानी को ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया।
7 अक्टूबर:
- NCB ने सुशांत केस में हर्षल हीकलीमडे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।
साल- 2022 से 2023 तक–
8 सितंबर 2022:
- पोस्टमार्टम के दौरान मौजूद रूपकुमार शाह ने दावा किया कि सुशांत की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या थी।
सितंबर 2023:
- सुप्रीम कोर्ट एंड हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इस मामले में याचिका दायर की।
दिसंबर 2023:
- महाराष्ट्र सरकार ने दिशा सालियान की मौत की जांच के लिए SIT का गठन किया।
- सुशांत की पूर्व प्रबंधक की मौत के मामले की भी जांच के आदेश दिए गए।
मार्च 2025–
- CBI ने फाइनल क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर कहा कि सुशांत की मौत आत्महत्या का ही मामला है और उकसाने का कोई सबूत नहीं मिला।
मैनेजर दिशा सालियान की मौत भी रही संदिग्ध
सुशांत की मौत से ठीक 6 दिन पहले, 8 जून 2020 को उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मुंबई के मलाड इलाके में 14वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। इस मामले को भी संदिग्ध माना गया, क्योंकि दिशा के पिता सतीश सालियान ने दावा किया कि उनकी बेटी की गैंगरेप के बाद हत्या की गई थी और इसे आत्महत्या का रूप दिया गया।
दिशा सालियान केस की दोबारा जांच की मांग
शुरुआती दिनों में दिशा के परिवार ने मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा जताया था, लेकिन बाद में इसे ‘कवर-अप’ बताया। 20 मार्च 2025 को दिशा के पिता ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर केस की दोबारा जांच की मांग की। उन्होंने शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज करने और मामले की जांच CBI को सौंपने की अपील की है।
इस पूरे मामले में अब CBI ने सुशांत सिंह राजपूत केस को बंद कर दिया है, जबकि दिशा सालियान केस को लेकर कानूनी लड़ाई जारी है।

- CBI ने 4 साल 6 महीने बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत की मौत को आत्महत्या करार दिया गया।
- जांच में आत्महत्या के लिए उकसाने का कोई प्रमाण नहीं मिला, जिससे केस को आधिकारिक रूप से बंद कर दिया गया।
- सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर धोखाधड़ी और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था।
- मैनेजर दिशा सालियान की संदिग्ध मौत भी उठी, उनके पिता ने मामले की नए सिरे से जांच के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
- CBI के निष्कर्ष से सुशांत के फैंस में मिली-जुली प्रतिक्रिया, कई लोग अब भी स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं।