राजस्थान के नागौर जिले में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण एक बड़ा हादसा हो गया। रविवार (22 मार्च) को मुंदियाड गांव में गिरे हुए 11 हजार केवी बिजली तार के संपर्क में आने से तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि बाइक समेत तीनों युवक बुरी तरह झुलस गए।
बाइक पर जा रहे तीन युवक करंट की चपेट में आए
भावंडा थाना अधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि पीथाराम देवासी, कालूराम देवासी और जेठाराम देवासी एक ही बाइक पर सवार होकर मुंदियाड से कड़लू जा रहे थे। रास्ते में हाई वोल्टेज लाइन का तार टूटा पड़ा था, जिसमें करंट दौड़ रहा था। बाइक जैसे ही तार के संपर्क में आई, तीनों युवक मौके पर ही बुरी तरह झुलस गए।
ग्रामीणों में आक्रोश, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीणों ने बिजली विभाग को सूचना दी, जिसके बाद बिजली आपूर्ति बंद कराई गई। लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया और शवों को सड़क पर रखकर प्रशासन को बुलाने की मांग की।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने की मुआवजे की मांग
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने हादसे पर दुख जताते हुए बिजली विभाग के मूंडवा एईएन को निलंबित करने और मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। वहीं, पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने भी इस घटना को लेकर संवेदना व्यक्त की है।

- बिजली विभाग की लापरवाही: राजस्थान के नागौर जिले के मुंदियाड गांव में गिरे हुए 11 हजार केवी हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई।
- बाइक सवार तीन युवक झुलसे: हादसे में पीथाराम देवासी, कालूराम देवासी और जेठाराम देवासी की मौत हुई, जो बाइक से सफर कर रहे थे।
- गांव में आक्रोश: हादसे के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन को बुलाने की मांग की।
- मुआवजे की मांग: सांसद हनुमान बेनीवाल ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई और मृतकों के परिवार को 15-15 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।
- बिजली विभाग पर सवाल: ग्रामीणों ने टूटी हुई बिजली लाइनों की उचित निगरानी और रखरखाव की मांग करते हुए इस घटना को गंभीर लापरवाही बताया।