राजस्थान के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के ‘सक्रिय राजनीति में वापसी’ वाले बयान पर अब विपक्ष की प्रतिक्रिया सामने आई है। राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने मीणा के बयान पर कटाक्ष करते हुए सवाल किया, “क्या उन्होंने अपने मुद्दे छोड़ दिए या फिर इस्तीफा वापस लेने का मन बना लिया?”
टीकाराम जूली ने प्रेस से बातचीत में कहा, “मैं डॉक्टर साहब (किरोड़ी लाल मीणा) से पूछना चाहूंगा कि पेपर लीक मामले का क्या हुआ? अवैध बजरी खनन मामले का क्या हुआ? क्या अब ये मुद्दे समाप्त हो गए या फिर अब इन पर बात नहीं होगी?” उन्होंने आगे कहा कि किरोड़ी लाल मीणा तो पहले से ही राजनीति में सक्रिय थे, लेकिन “सरकार ने उनके उठाए मुद्दों को शायद तवज्जो नहीं दी, इसलिए अब वे फिर से सक्रिय होने की बात कर रहे हैं।”
किसान मेले के उद्घाटन के दौरान दिया बयान
दरअसल, कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को बीकानेर दौरे पर थे, जहां उन्होंने राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेले का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थान विषम जलवायु परिस्थितियों के बावजूद कृषि उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।
इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “आज बीकानेर से मंत्री के रूप में मेरी सक्रियता दोबारा शुरू हो रही है। मौसम के हिसाब से बदलाव भी जरूरी है। मुझे गर्व है कि मैं राजस्थान का कृषि मंत्री हूं।”
राजनीतिक अटकलों पर मीणा का जवाब
मीडिया से बातचीत में जब उनसे उनकी नाराजगी और राजनीतिक रुख को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने इसे नकारते हुए कहा, “मैं कब नाराज था? मेरी किसी से कोई नाराजगी नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि “बीकानेर मेरी कर्मभूमि रही है, मैं यहां पढ़ा हूं और अब मंत्री के रूप में यहां वापस आकर गर्व महसूस कर रहा हूं।”
राजस्थान की राजनीति में किरोड़ी लाल मीणा का यह बयान सियासी चर्चाओं का विषय बना हुआ है। क्या वे वाकई अपने पिछले रुख से पीछे हट रहे हैं, या फिर यह सिर्फ उनकी नई रणनीति का हिस्सा है? यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस पर और क्या राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं।