अमेरिका से भारत के लिए टैरिफ से जुड़ी एक अच्छी खबर आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने भारत को चीन, मैक्सिको और कनाडा से अलग टैरिफ कैटेगरी में रखने के संकेत दिए हैं। बुधवार को नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर पहली बार आमने-सामने बातचीत हुई। इस दौरान अमेरिकी अधिकारियों ने अपने भारतीय समकक्षों को यह संकेत दिया कि टैरिफ नीति में भारत के साथ चीन, मैक्सिको और कनाडा जैसा व्यवहार नहीं किया जाएगा।
व्यापार वार्ता के केंद्र में पारस्परिक लाभकारी समझौता
दोनों देशों के व्यापार अधिकारियों के बीच यह बैठक ऐसे समय में हुई, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ नीति 2 अप्रैल से लागू होने वाली है। जनवरी में दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने चीन के साथ ट्रेड वॉर छेड़ दिया था और कनाडा व मैक्सिको पर भी टैरिफ लागू कर दिया था। दिल्ली में भारत-अमेरिका के बीच तीन दिवसीय वार्ता का लक्ष्य एक ऐसा व्यापारिक ढांचा तैयार करना है, जिससे दोनों देशों को फायदा हो।
भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को नई दिशा
यह बैठक हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के अमेरिकी दौरे के बाद हो रही है। वहां उन्होंने भारत-अमेरिका व्यापार समझौते (BTA) को लेकर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रेयर और वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक से मुलाकात की थी। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वार्ता से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, “अब यह पूरी तरह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिका भारत को चीन, मैक्सिको और कनाडा जैसे देशों के साथ नहीं देखता।”
अमेरिका-भारत फास्ट ट्रैक मैकेनिज्म पर चर्चा शुरू
भारत की ओर से वाणिज्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल और अमेरिका की ओर से सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में बुधवार को ‘भारत-अमेरिका फास्ट ट्रैक मैकेनिज्म’ पर चर्चा शुरू हुई। रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के प्रारूप को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।
संभावित बदलावों से भारतीय उद्योगों को राहत
इस वार्ता में भारत-अमेरिका व्यापार में मौजूद चुनौतियों को कम करने और निवेश को बढ़ावा देने पर भी बातचीत की जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि अमेरिका भारत के लिए टैरिफ नियमों में राहत देता है, तो यह भारतीय उद्योगों और निर्यातकों के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत होगा।

- अमेरिका भारत को अलग टैरिफ कैटेगरी में रखने पर विचार कर रहा है, जिससे इसे चीन, मैक्सिको और कनाडा से अलग किया जाएगा।
- दिल्ली में भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के पहले दिन, अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया कि भारत पर टैरिफ नीति अन्य देशों से अलग होगी।
- यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका का नया टैरिफ कानून 2 अप्रैल से लागू होगा, जो चीन समेत कई देशों को प्रभावित करेगा।
- केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की हालिया अमेरिकी यात्रा के बाद यह बैठक आयोजित हुई, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने पर चर्चा हुई।
- तीन दिवसीय व्यापार वार्ता में भारत-अमेरिका फास्ट ट्रैक मैकेनिज्म पर चर्चा, जिससे व्यापारिक बाधाएं कम करने और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने की उम्मीद है।