संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश द्वारा दिए गए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के नोटिस को खारिज कर दिया। यह नोटिस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सोनिया गांधी पर लगाए गए आरोपों को लेकर दिया गया था। नोटिस की अस्वीकृति के बाद कांग्रेस ने इसका विरोध किया, लेकिन राज्यसभा की कार्यवाही आगे बढ़ गई।
सड़क विस्तार योजना पर सरकार का ऐलान
लोकसभा में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्गों के उन्नयन के नए मानदंडों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि –
- 12,000 यात्री कार इकाइयों (PCU) से अधिक यातायात होने पर दो लेन वाले राजमार्गों को चार लेन तक विस्तारित किया जाएगा।
- 20,000 PCU से अधिक यातायात होने पर चार लेन को छह लेन में बदला जाएगा।
- इस परियोजना पर करीब 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा, और इसका कार्य अगले दो वर्षों में शुरू किया जाएगा।
गडकरी ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य सड़क बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाना और बढ़ते यातायात को सुगम बनाना है।
राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान
बैंक डिफॉल्ट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि जानबूझकर कर्ज़ नहीं चुकाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बैंकों की पूंजी बढ़ाने और वित्तीय अनुशासन को मजबूत करने पर काम कर रही है।
यूपी सांसद के घर हमले पर विपक्ष का वॉकआउट
उत्तर प्रदेश के आगरा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर कथित हमले को लेकर विपक्ष ने राज्यसभा में चर्चा की मांग की। जब सभापति ने अनुमति नहीं दी, तो सपा, कांग्रेस, टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई(एम), आरजेडी सहित कई विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
- समाजवादी पार्टी ने इसे लेकर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था, जिसे सभापति ने अस्वीकार कर दिया।
- सपा सांसदों ने विरोध में सदन के वेल में जाकर नारेबाजी की।
- सभापति धनखड़ ने कहा कि विपक्षी सदस्य शून्यकाल में अपनी बात रख सकते हैं, लेकिन स्थगन प्रस्ताव स्वीकार्य नहीं है।
“भाजपा तानाशाही में विश्वास करती है” – प्रमोद तिवारी
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि –
“पूरा देश देख रहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी क्या कहना चाहते हैं, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा। भाजपा लोकतांत्रिक परंपराओं की अवहेलना कर रही है और तानाशाही रवैया अपना रही है।”
तिवारी ने यह भी कहा कि राहुल गांधी जनता की आवाज़ उठा रहे हैं, लेकिन सरकार उन पर दबाव बना रही है।
आव्रजन और विदेशी विधेयक पर बहस
सीपीआई सांसद पी संदोष कुमार ने संसद में पेश किए जाने वाले आव्रजन और विदेशी विधेयक को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि –
- यह विधेयक अवैध प्रवास को रोकने के लिए है, लेकिन इसमें कुछ प्रावधान भेदभावपूर्ण हो सकते हैं।
- उन्होंने इसे नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) से जोड़ने के खिलाफ चेतावनी दी।
- कुमार का कहना था कि जो लोग वर्षों से भारत में रह रहे हैं, उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।