प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सोशल मीडिया ट्रेंड जिबली में हिस्सा लेकर सभी को चौंका दिया है। भारत सरकार के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से प्रधानमंत्री मोदी की कुछ अनोखी तस्वीरें साझा की गईं, जो एआई की मदद से बनाई गई हैं। इन तस्वीरों में मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ दिखाया गया है।
दो दिनों से यह ट्रेंड सोशल मीडिया पर जमकर छाया हुआ है। दुनियाभर के नेताओं, सेलिब्रिटीज़ और आम लोगों ने इस ट्रेंड में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। खास बात यह है कि पीएम मोदी की इन तस्वीरों में उन्हें इंडियन आर्मी की यूनिफॉर्म, अयोध्या के राम मंदिर और वंदे भारत ट्रेन के साथ भी दिखाया गया है।

क्या है जिबली ट्रेंड और क्यों हो रहा है वायरल?
मार्च 2025 में यह ट्रेंड तब वायरल हुआ जब OpenAI के इमेज जनरेशन टूल, ChatGPT, ने यूज़र्स को स्टूडियो जिबली थीम पर आधारित एनिमेटेड तस्वीरें बनाने की सुविधा दी। इस फीचर के बाद यूज़र्स ने अपनी तस्वीरों, इंटरनेट मीम्स और पॉप कल्चर कैरेक्टर्स को हायाओ मियाजाकी की अनोखी एनीमेशन स्टाइल में बदलना शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया पर इस ट्रेंड को “जिबलीफिकेशन” नाम दिया गया है। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने भी अपनी प्रोफाइल पिक्चर को जिबली में बदलकर इस ट्रेंड को समर्थन दिया है।

क्या है स्टूडियो जिबली?
स्टूडियो जिबली जापान का एक प्रसिद्ध एनीमेशन स्टूडियो है, जिसकी स्थापना 1985 में हायाओ मियाजाकी और इसाओ ताकाहाता ने की थी। यह स्टूडियो अपनी हाथ से बनी 2D एनीमेशन फिल्मों के लिए जाना जाता है। इसकी खासियत है बारीकी और डिटेल्ड ग्राफिक्स, जो जादुई दुनिया, सामाजिक मुद्दों और भावनात्मक कहानियों को जीवंत रूप में प्रस्तुत करते हैं।

ट्रेंड का असर और लोगों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर लोग पीएम मोदी की जिबली तस्वीरों को लेकर खासे उत्साहित हैं। कुछ लोगों ने इन तस्वीरों को क्रिएटिविटी का उत्कृष्ट नमूना बताया है, जबकि कुछ ने इसे सोशल मीडिया पर भारतीय पहचान का उत्सव कहा है।
अभी तक यह ट्रेंड दुनियाभर में जोर पकड़ चुका है और एआई द्वारा निर्मित इन तस्वीरों को लेकर लोगों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है।