झारखंड के साहिबगंज जिले में सोमवार देर रात तीन बजे एक दर्दनाक ट्रेन हादसा हो गया। दो मालगाड़ियों की सीधी टक्कर में दो लोको पायलट की मौत हो गई, जबकि सुरक्षा में तैनात CISF के चार जवान घायल हो गए। हादसा इतना भीषण था कि टक्कर के बाद कोयला लदी मालगाड़ी में आग लग गई और कई बोगियां पटरी से उतर गईं।
बताया जा रहा है कि एक मालगाड़ी पटरी पर खड़ी थी, तभी उसी ट्रैक पर दूसरी मालगाड़ी आ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों ट्रेनों के इंजन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में मारे गए लोको पायलटों में अंबुज महतो बोकारो के रहने वाले थेऔर बीएस मॉल बंगाल के निवासी थे।
घायलों का इलाज जारी, दमकल का रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे में घायल हुए CISF जवानों को बरहेट सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गईं। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है।
असिस्टेंट लोको पायलट ने बताया हादसे का कारण
घायल असिस्टेंट लोको पायलट जितेंद्र कुमार ने बताया कि पथरा से रेलवे लाइन बदली थी। 40 किलोमीटर पहले बरहेट कंट्रोल रूम से बात हुई थी, जहां बताया गया कि मेन लाइन थ्रू रहेगी। 34 किलोमीटर बाद भी जब पुष्टि की गई, तो वही जानकारी दी गई। लेकिन मौके पर पहुंचने पर पाया कि मेन लाइन बंद थी और लूप लाइन चालू थी, जिसमें पहले से ट्रेन खड़ी थी। यह हादसा साहिबगंज जिले के बरहेट एमजीआर लाइन पर हुआ। मालगाड़ी झारखंड के गोड्डा जिले के ललमटिया से पश्चिम बंगाल के फरक्का एनटीपीसी के लिए कोयला लेकर जा रही थी। इस एमजीआर लाइन पर नियमित रूप से कोयला लदी मालगाड़ियां चलती हैं।
जांच के आदेश जारी
रेलवे प्रशासन ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय पुलिस और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और हादसे के कारणों की पड़ताल में जुटे हुए हैं।