Tuesday, April 29, 2025
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आसाराम की जेल में तबीयत बिगड़ी, सरेंडर के 9 घंटे बाद अस्पताल में भर्ती, जमानत पर हाई कोर्ट में सुनवाई आज

जोधपुर सेंट्रल जेल में सरेंडर करने के करीब 9 घंटे बाद आसाराम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। मंगलवार रात करीब 11 बजे पुलिस सुरक्षा में उसे आरोग्यम अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल आसाराम अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में इलाज करवा रहा है। हालांकि, उसकी तबीयत खराब होने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हुई है।

सरेंडर के वक्त आसाराम के पैर में प्लास्टर बंधा नजर आया था, जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि शायद पैर में चोट की वजह से तबीयत बिगड़ी हो। लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की ठोस वजह का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।

आज होगी जमानत याचिका पर सुनवाई

राजस्थान हाई कोर्ट में आज दोपहर लंच के बाद आसाराम की जमानत अवधि बढ़ाने वाली याचिका पर सुनवाई की जाएगी। आसाराम के वकीलों ने वही मेडिकल रिपोर्ट अदालत में पेश की है, जिसके आधार पर गुजरात हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने कुछ दिन पहले आसाराम को तीन महीने की अतिरिक्त जमानत दी थी।

गौरतलब है कि आसाराम दो अलग-अलग राज्यों में दुष्कर्म के मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। ऐसे में जेल से बाहर रहने के लिए उसे दोनों राज्यों के हाई कोर्ट से जमानत लेनी पड़ती है। अगर आज राजस्थान हाई कोर्ट से जमानत मिल जाती है, तो वह जेल से बाहर रहकर इलाज करवा सकेगा। अन्यथा उसे जेल में ही रहना पड़ेगा और सुप्रीम कोर्ट में अपील करनी होगी।

मौलिक अधिकारों का हवाला देकर मांगी जमानत

आसाराम ने जमानत अवधि बढ़ाने के लिए गुजरात हाई कोर्ट में कई मेडिकल रिपोर्ट्स पेश की थीं। उसने मौलिक अधिकारों का हवाला देते हुए दलील दी कि वह 86 साल का है और इस उम्र में किसी भी इनवेसिव सर्जरी को सहन करना बेहद कठिन है।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत, हर नागरिक को स्वास्थ्य का अधिकार प्राप्त है, भले ही वह दोषी क्यों न हो। आसाराम का कहना है कि उसकी स्थिति गंभीर है और उसे उचित इलाज की आवश्यकता है।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज से पीड़ित है आसाराम

जोधपुर AIIMS की रिपोर्ट के अनुसार, आसाराम को कोरोनरी आर्टरी डिजीज है, जो “हाई रिस्क श्रेणी” में आता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसे विशेष नर्सिंग देखभाल, करीबी निगरानी और नियमित रूप से एंडोक्रिनोलॉजिस्ट व नेफ्रोलॉजिस्ट से परामर्श की आवश्यकता है।

आसाराम के वकील का कहना है कि विशेषज्ञों की राय के अनुसार, यह स्थिति घातक है और स्वास्थ्य बिलकुल भी ठीक नहीं है। उन्होंने अदालत से निवेदन किया कि मौजूदा मेडिकल रिपोर्ट्स को ध्यान में रखते हुए आसाराम को जमानत दी जाए, ताकि वह अपना इलाज सही तरीके से करवा सके।

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