मुंबई: कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 549 अंकों की गिरावट के साथ 76,067.56 पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 0.59 फीसदी की गिरावट के साथ 23,194.00 पर ओपन हुआ। बाजार के रेड जोन में खुलने से निवेशकों में बेचैनी देखी गई।
निफ्टी पर शुरुआती कारोबार में डॉ रेड्डीज लैब्स, सिप्ला, एनटीपीसी और अपोलो हॉस्पिटल्स के शेयरों में तेजी रही। वहीं, टीसीएस, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, हिंडाल्को और ओएनजीसी के शेयर गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए।
सेक्टोरल इंडेक्स का हाल: ऑटो और IT सेक्टर में सबसे बड़ी गिरावट
बाजार में सभी सेक्टोरल इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखा गया। ऑटो और IT इंडेक्स में 1-2 फीसदी की गिरावट रही, जबकि हेल्थकेयर इंडेक्स ने 3 फीसदी की बढ़त दर्ज की।
विशेषज्ञों का मानना है कि IT और ऑटो सेक्टर में गिरावट का कारण वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेत और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल है। हेल्थकेयर सेक्टर में अपोलो हॉस्पिटल्स और सिप्ला जैसी कंपनियों के शेयरों में मजबूती का रुख बना रहा।
बुधवार को बाजार में रही थी तेजी
कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन शेयर बाजार ने ग्रीन जोन में तेजी के साथ दिन का समापन किया था। बीएसई सेंसेक्स 592 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 76,617.44 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 0.72 फीसदी की बढ़त के साथ 23,332.35 पर क्लोज हुआ था।
बुधवार को कारोबार के दौरान एनएसई पर बीएसई लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के शेयर सबसे सक्रिय रहे।
बुधवार को किसने चमकाई बाज़ार की रौनक?
बुधवार के कारोबार में निफ्टी पर टाटा कंज्यूमर, जोमैटो, टाइटन कंपनी, इंडसइंड बैंक और मारुति सुजुकी के शेयरों में सबसे अधिक बढ़त देखी गई। दूसरी ओर, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले इंडिया, पावर ग्रिड कॉर्प और एलएंडटी में गिरावट दर्ज की गई।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए थे, जिनमें FMCG, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी सेक्टर में 1-3 फीसदी की बढ़त देखी गई। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी करीब 1 फीसदी की तेजी रही।
बाजार में निवेशकों की रणनीति:
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। गिरावट के दौर में हेल्थकेयर सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है।