केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को राजस्थान के कोटपूतली के निकट पावटा में अहीर की बावड़ी स्थित बाबा बालनाथ आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने 108 कुण्डीय महामृत्युंजय रुद्र महायज्ञ आहुति दी और महाकाल की आरती में शामिल हुए। साथ ही बाबा की समाधि और धूणी पर धोक लगाई। इसके बाद शाह ने एक सभा को भी संबोधित किया। उनके साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे।

ऐसा आयोजन पहली बाद देखा
सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि मैं बहुत कम उम्र से सार्वजनिक और धार्मिक कार्यक्रमों से जुड़ा हूं, लेकिन इस तरह समाज को जोड़ने वाला आयोजन कभी नहीं देखा। यहां निराश को चेतना और बेसहारा को धर्म का सहारा मिला है। उन्होंने कहा कि वे यहां बाबा बस्तीनाथ जी का आशीर्वाद लेने आए हैं। यहां एक साल से यज्ञ के माध्यम से विभिन्न वर्ग और जातियों को जोड़ने का जो कार्य किया जा रहा है। वह सराहनीय है।

नाथ संप्रदाय की परंपरा की बात करने आया
शाह ने कहा कि मैं यहां नाथ संप्रदाय की परंपरा और योगदान की बात करने आया हूं। महाप्रभु आदिनाथ से लेकर नौ प्रमुख गुरुओं तक और उसके बाद भी नाथ संप्रदाय ने हमेशा समाज के उत्थान को प्राथमिकता दी है। आज बद्रीनाथ जी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु शामिल हुए। इस मौके महाप्रसादी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में धार्मिक आस्था, सामाजिक एकता और राजनीतिक संदेश का अद्भुत संगम देखने को मिला।
इससे पूर्व अमिम शाह पहले जयपुर पहुंचे और इसके बाद हेलिकॉप्टर से आश्रम पहुंचे।