जोधपुर के नागोरी गेट इलाके में सोमवार की सुबह एक हर्षोल्लास भरा पारिवारिक आयोजन अचानक मातम में बदल गया। मियों की मस्जिद क्षेत्र स्थित एक रिहायशी मकान में गैस सिलेंडर फटने से भीषण आग लग गई, जिसमें दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 14 अन्य गंभीर रूप से झुलस गए।
उमराह की खुशी में जुटा परिवार, अचानक हुआ धमाका
घटना उस समय हुई जब परिवार उमराह यात्रा की खुशी में एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा था। इसी बीच गैस रिसाव के चलते सिलेंडर में जोरदार धमाका हुआ और पूरे मकान में आग फैल गई। परिवार के कई सदस्य उस समय अंदर ही मौजूद थे और आग की चपेट में आ गए।
14 महीने का मासूम और 19 वर्षीय युवती की मौत
इस दर्दनाक हादसे में 14 महीने का हासिम और 19 वर्षीय सादिया की जान चली गई। झुलसे हुए लोगों में महिलाएं, युवा और बच्चे शामिल हैं। इनमें फरीदा (48), शाहिदा (38), मीनाज (37), सोहेल (26), सुमाया (25), सलमा (22), साइका (20), सुहाना (19), साहिन (17), सलीखा (13), डेढ़ साल की मेलिसा और साहिन जैसे कई नाम शामिल हैं।
तंग गलियों में फंसा राहत कार्य, आग की चपेट में आया लकड़ी का कारखाना
घटना स्थल पर नीचे एक किराने की दुकान और लकड़ी का कारखाना था, जहां मौजूद ज्वलनशील सामग्री ने आग को तेजी से फैलने में मदद की। तंग गलियों के कारण दमकल और एंबुलेंस को मौके पर पहुंचने में काफी दिक्कतें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से रास्ता साफ कराया गया और बचाव कार्य आगे बढ़ाया गया।
प्रशासन और दमकल की मुस्तैदी, विधायक और अधिकारी मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंचीं। एसीपी मंगलेश चुंडावत, पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार, और अधिकारी शेफाली ने राहत कार्यों की निगरानी की। विधायक अतुल भंसाली भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, दिया इलाज का निर्देश
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “जोधपुर में गैस सिलेंडर रिसाव के कारण घटित आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई जनहानि का समाचार अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है।” उन्होंने अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए।

- जोधपुर के मियों की मस्जिद क्षेत्र में सोमवार को गैस सिलेंडर फटने से भयंकर आग लग गई।
- हादसा उस वक्त हुआ जब परिवार उमराह जाने की खुशी में कार्यक्रम आयोजित कर रहा था।
- हादसे में 14 महीने के मासूम और 19 वर्षीय युवती की मौत हो गई, वहीं 14 लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
- तंग गलियों के कारण दमकल और एंबुलेंस को पहुंचने में दिक्कत आई, राहत कार्य स्थानीय लोगों की मदद से चला।
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना पर दुख जताया और अधिकारियों को इलाज के पुख्ता निर्देश दिए।