शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट के बाद मंगलवार की सुबह निवेशकों के लिए राहत लेकर आई। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। सुबह 9:16 बजे सेंसेक्स 1,189 अंक की छलांग लगाते हुए 74,327.37 पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 50 ने 371 अंकों की बढ़त के साथ 22,532.30 का स्तर पार किया।
हर सेक्टर हरे निशान पर, सिर्फ TCS दबाव में
बाजार में चौतरफा खरीदारी का माहौल रहा। सभी सेक्टोरल इंडेक्स ग्रीन जोन में कारोबार कर रहे थे। टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स और टाइटन जैसे दिग्गज शेयरों में तेज़ी देखने को मिली। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे बाजार की समग्र धारणा मजबूत हुई। केवल TCS के शेयर रेड जोन में नजर आए। सोमवार को 13 लाख करोड़ से ज्यादा की पूंजी बाजार से मिट गई थी, लेकिन मंगलवार को बाजार की मजबूती ने 8.47 लाख करोड़ रुपये की वापसी कराई। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप सोमवार को ₹3,89,25,660.75 करोड़ था, जो मंगलवार की तेजी के साथ ₹3,97,73,006.86 करोड़ पर पहुंच गया।
ग्लोबल मार्केट में टैरिफ तनाव, पर भारतीय बाजार में रिकवरी
सोमवार की गिरावट का बड़ा कारण डोनाल्ड ट्रंप के ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ को माना जा रहा है, जिसने वैश्विक बाजारों में हलचल पैदा की। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में टैरिफ से जुड़ी खबरें और विदेशी संकेत बाजार की दिशा तय करेंगे।
बाजार विशेषज्ञों की सलाह: सतर्क निवेश करें
हालांकि मंगलवार को उछाल राहत लेकर आया, लेकिन विशेषज्ञों ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। तेजी के इस माहौल में मुनाफा बुकिंग और वोलैटिलिटी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

- भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार की सुबह जबरदस्त रिकवरी देखने को मिली, जब बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी-50 ने भारी उछाल दर्ज किया।
- बीएसई सेंसेक्स 1,189 अंकों की छलांग के साथ 74,327.37 पर पहुंचा और निफ्टी-50 भी 371 अंकों की बढ़त के साथ 22,532.30 पर कारोबार करता दिखा।
- चौतरफा खरीदारी से बाजार को मजबूती मिली — सिर्फ TCS के शेयर रेड जोन में थे, बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स ग्रीन जोन में दिखे।
- टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स और टाइटन जैसे शेयरों में जोरदार उछाल देखा गया।
- BSE पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप एक दिन में 8.47 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 3,97,73,006.86 करोड़ रुपये पर पहुंचा।
- सोमवार की गिरावट के पीछे ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ की आशंका को जिम्मेदार माना जा रहा है, लेकिन आज की रिकवरी ने निवेशकों को राहत दी।