सीकर जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ जीणमाता मंदिर में शुक्रवार को उस समय नया विवाद खड़ा हो गया, जब मंदिर के पट खुलने के बाद दो प्रमुख नेताओं के बीच बहस हो गई। पुजारियों और प्रशासन के बीच समझौते के बाद मंदिर खुलते ही जयपुर सिविल लाइंस के विधायक गोपाल शर्मा और पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा आमने-सामने आ गए।
पुजारियों से बात करने पहुंचे विधायक, सामने आए राजेंद्र गुढ़ा
मामला तब गर्माया जब गोपाल शर्मा मंदिर पहुंचकर पुजारियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि पुजारी लिखित में देंगे तो सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। इसी दौरान वहां पहुंचे पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने इस बयान पर तंज कसना शुरू कर दिया।
गुढ़ा ने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई दिनों से वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, मामला पहले ही मीडिया में आ चुका है, अब लिखित में लेने की बात कहां से आ गई।
मंदिर परिसर में हुआ तीखा वाद-विवाद
इस बयानबाज़ी के बाद दोनों नेताओं के बीच बहस तेज़ हो गई। गुढ़ा ने यहां तक कह दिया कि “पंडितों का जनेऊ टूट गया और आप अब लिखित बयान मांग रहे हो?”
विधायक गोपाल शर्मा ने जवाब देते हुए कहा, “मैं आपकी राय नहीं ले रहा हूं,” और फिर दोनों में जमकर नोकझोंक शुरू हो गई। यह पूरी घटना वहां मौजूद लोगों ने रिकॉर्ड कर ली, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
विधायक ने पुजारियों को दिया भरोसा
बहस के बाद विधायक गोपाल शर्मा ने पुजारियों से विस्तार से बातचीत की और पूरी स्थिति को समझा। इसके बाद उन्होंने गृहमंत्री, डीजीपी और सीकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।