भारत के इतिहास में 16 अप्रैल एक ऐसा दिन है, जो इनोवेशन, सामाजिक सुधार और राष्ट्रीय चेतना से जुड़ा हुआ है। 1853 में इसी दिन भारत में पहली बार यात्रियों को लेकर चलने वाली रेलगाड़ी ने बंबई के बोरीबंदर स्टेशन से ठाणे तक की 34 किलोमीटर की दूरी तय की। इससे देश में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत हुई। सामाजिक सुधारक में क्रांति लाने वाले शख्स कंदुकुरी वीरेशलिंगम का जन्म हुआ।
इस प्रकार, 16 अप्रैल भारत के इतिहास में एक ऐसा दिन है, जो तकनीकी प्रगति, सामाजिक सुधार और सांस्कृतिक उपलब्धियों का प्रतीक है।
प्रमुख घटनाएं
- 1853: भारत में पहली यात्री रेलगाड़ी ने बंबई के बोरीबंदर से ठाणे तक की यात्रा की, जिससे देश में रेलवे युग की शुरुआत हुई।
- 1919: महात्मा गांधी ने जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में 16 अप्रैल को प्रार्थना और उपवास का आह्वान किया, जो स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
आज हमने इन्हें खो दिया
- अद्वैत मल्लबर्मन (1951): प्रसिद्ध बंगाली लेखक, जिनकी कृति ‘तीतास एकटी नदीर नाम’ आज भी साहित्यिक जगत में महत्वपूर्ण मानी जाती है।
जन्मदिन
- कंदुकुरी वीरेशलिंगम (1848): सामाजिक सुधारक, जिन्होंने विधवा पुनर्विवाह और महिला शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- राम नाईक (1934): भारतीय राजनीतिज्ञ, जो उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
- लारा दत्ता (1978): मिस यूनिवर्स 2000 और बॉलीवुड अभिनेत्री, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में अपनी पहचान बनाई।
- स्पाइक मिलिगन (1918): भारत में जन्मे ब्रिटिश हास्य कलाकार, लेखक और अभिनेता, जिन्होंने वैश्विक मनोरंजन जगत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।