हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हड़ताल कर चुके संविदाकर्मियों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने यह साफ कर दिया है कि जो कर्मचारी 20 जुलाई से 3 अगस्त 2024 के बीच हड़ताल पर थे, उनकी नौकरी नहीं जाएगी। यह फैसला उन हजारों संविदा कर्मचारियों के लिए राहत की सांस जैसा है, जो नौकरी जाने की चिंता में थे।
मानव संसाधन विभाग ने जारी किया नोटिफिकेशन
सरकार के इस फैसले को लेकर मानव संसाधन विभाग की ओर से एक आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि हड़ताल के दिनों के लिए कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा, लेकिन इसका असर उनकी नौकरी पर नहीं पड़ेगा। यानी काम की सुरक्षा बनी रहेगी।
सरकार और कर्मचारियों के बीच अब बन सकता है भरोसे का रिश्ता
हरियाणा में लंबे समय से संविदा कर्मचारियों की स्थिति को लेकर विवाद चलता रहा है। आए दिन अलग-अलग विभागों में काम कर रहे संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते रहते हैं। ऐसे में सरकार का यह फैसला उनके लिए उम्मीद की किरण है। इससे दोनों पक्षों के बीच भरोसा बनने की संभावना बढ़ गई है।
कर्मचारियों ने फैसले का किया स्वागत
संविदा कर्मियों की यूनियनों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह कदम सही समय पर लिया गया, जिससे हजारों परिवारों को राहत मिली है। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि वेतन में कटौती का फैसला दुखद है, लेकिन नौकरी बचाना पहली प्राथमिकता है।
आगे क्या होगा, यह सरकार की नीयत पर निर्भर करेगा
फिलहाल इस फैसले से हालात थोड़े शांत जरूर हुए हैं, लेकिन संविदा कर्मियों की बाकी मांगें अभी भी पूरी नहीं हुई हैं। यूनियन नेताओं का कहना है कि वे जल्द ही सरकार से स्थायी भर्ती और बेहतर वेतन के मुद्दों पर बातचीत करेंगे। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री सैनी आगे क्या रुख अपनाते हैं।

- हरियाणा सरकार ने 20 जुलाई से 3 अगस्त 2024 तक हड़ताल करने वाले संविदा कर्मियों की नौकरी सुरक्षित रखने का फैसला किया है।
- हड़ताल के दिनों का वेतन नहीं मिलेगा, लेकिन नौकरी पर इसका असर नहीं होगा।
- मानव संसाधन विभाग ने इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं।
- यूनियन ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन वेतन कटौती पर चिंता जताई है।
- आगे स्थायी भर्ती और वेतन बढ़ोतरी को लेकर कर्मचारी सरकार से बातचीत की तैयारी में हैं।