भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की, जिससे निवेशकों को हालिया दो दिन की तेजी के बाद निराशा हाथ लगी। बीएसई सेंसेक्स करीब 320 अंकों की गिरावट के साथ 76,862.90 के स्तर पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 100 अंकों की गिरावट के साथ 23,300 के नीचे फिसल गया। इससे साफ है कि वैश्विक बाजारों के दबाव और टेक शेयरों में भारी बिकवाली ने घरेलू बाजार की चाल को प्रभावित किया है।
अमेरिकी बाजारों में गिरावट का असर एशिया में भी दिखा
बुधवार को अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। Dow Jones 1.73% गिरकर 39,339.39 पर बंद हुआ, जबकि S&P 500 में 2.24% और Nasdaq Composite में 3.05% की गिरावट दर्ज की गई। Nvidia के शेयरों में आई तेज गिरावट ने टेक सेक्टर को हिला दिया। इसका असर एशियाई बाजारों के साथ-साथ भारतीय इक्विटी पर भी पड़ा है।
हालांकि गुरुवार को अमेरिकी फ्यूचर्स में थोड़ी तेजी दिखी — Dow Futures 0.40%, S&P 500 Futures 0.47% और Nasdaq 100 Futures 0.56% ऊपर कारोबार कर रहे हैं — लेकिन बाजार की समग्र भावना अभी भी सतर्क बनी हुई है।
पॉजिटिव घरेलू संकेतों के बावजूद विदेशी दबाव हावी
एक दिन पहले भारतीय बाजार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेंसेक्स को 309 अंकों की बढ़त के साथ 77,000 के पार पहुंचा दिया था। निफ्टी में भी 108 अंकों की मजबूती दिखी थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत वृहद आर्थिक संकेत, जैसे सामान्य मॉनसून की उम्मीद और खुदरा महंगाई दर का सात साल के निचले स्तर पर आना, घरेलू निवेश धारणा को मजबूती दे रहे हैं। अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते ट्रेड टेंशन का फायदा भारत को मिल सकता है।
निवेशकों के लिए रणनीति: सतर्कता जरूरी, लेकिन मौका भी
इस समय बाजार में उतार-चढ़ाव ज्यादा है, इसलिए लॉन्ग टर्म निवेशक को वैल्यू स्टॉक्स पर ध्यान देना चाहिए। कमजोर वैश्विक संकेतों और अमेरिकी टेक सेक्टर की गिरावट को देखते हुए शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को अलर्ट रहना होगा।
विशेषज्ञों की राय है कि यदि महंगाई में कमी और मॉनसून की स्थिति सकारात्मक रही, तो भारतीय बाजार वैश्विक दबाव को भी झेल सकता है। साथ ही, नीतिगत दरों में कटौती की संभावना से आने वाले महीनों में लिक्विडिटी और डिमांड दोनों में सुधार हो सकता है।

Key Highlights (100–150 words):
- भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को कमजोरी के साथ शुरुआत हुई, जिसमें सेंसेक्स 320 अंक गिरकर 76,862.90 पर पहुंचा और निफ्टी 100 अंक टूटकर 23,300 से नीचे चला गया।
- ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट, विशेषकर अमेरिका के प्रमुख इंडेक्स जैसे Dow Jones, Nasdaq और S&P 500 में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिससे भारतीय बाजार भी प्रभावित हुए।
- Nvidia के शेयरों में तेज गिरावट के चलते टेक सेक्टर में भारी बिकवाली हुई, जिसका असर एशियाई और भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
- हालांकि घरेलू स्तर पर पॉजिटिव संकेत जैसे खुदरा महंगाई में गिरावट और सामान्य मॉनसून की संभावना निवेशकों की उम्मीदें बनाए हुए हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट शॉर्ट टर्म है, और ट्रेड वॉर के हालात भारत के लिए अवसर बन सकते हैं। लॉन्ग टर्म निवेशक वैल्यू स्टॉक्स पर फोकस करें।