राजस्थान के उदयपुर जिले के छतरी गांव में बुधवार रात एक घर में अचानक आग लग गई। जिसमें दो मासूम बच्चे जिंदा जल गए। मौके पर मौजूद माता–पिता अपनी जान की परवाह किए बिना आग में कूदे, लेकिन वे अपने चार में से दो बच्चों को ही बचा सके।
जानकारी के अनुसार गांव के रहने वाले प्रभुलाल के कच्चे मकान में अचानक आग लग गई। घटना के वक्त प्रभुलाल, उसकी पत्नी पुष्पा और चार बच्चे 10 साल का सुमित, 9 साल की सकीना, 14 साल की जीनल और 8 साल का सिद्धार्थ अंदर ही थे। अचानक आग की लपटों को देख प्रभुलाल ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग ने जल्द ही विकराल रूप ले लिया। कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले ही घर आग की लपटों से घिर गया और सभी अंदर फंस गए। प्रभुलाल और उसकी पत्नी ने जैसे–तैसे कर सुमित और सकीना को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन जीनल और सिद्धार्थ को नहीं बचा पाए और दोनों मासूम आग में जिंदा जल गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों बच्चों के शव कोयले की तरह काले हो गए, जिससे पहचानना भी मुश्किल हो गया।
ग्रामीण दौड़े मदद को, लेकिन नहीं बचा पाए मासूम जानें
गांव के लोग मां-बाप की चीख-पुकार सुनकर घटनास्थल पर दौड़े, मगर जब तक वे कुछ कर पाते, आग बहुत फैल चुकी थी। ग्रामीणों ने बचाव की भरपूर कोशिश की, लेकिन बच्चों को निकालना संभव नहीं हो सका। इस हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया।
आग के कारणों का खुलासा नहीं
थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह के अनुसार, आग के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है। संभवतः यह शॉर्ट सर्किट या टूटे हुए बिजली के तार से लगी। प्रभुलाल की भाभी गीता बाई ने बताया कि घर के पास लगे बिजली पोल का तार छत पर गिरा था, जिससे आग भड़की हो सकती है। घटनास्थल पर मौजूद छोपड़ी और तिरपाल ने आग को और भयानक बना दिया।
पोस्टमार्टम आज, माता-पिता का इलाज जारी
जीनल और सिद्धार्थ के शवों को खेरवाड़ा हॉस्पिटल में रखवाया गया है, जहां गुरुवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। दूसरी ओर, झुलसे माता-पिता का इलाज भी जारी है। गांव में मातम पसरा है और प्रशासन की ओर से राहत एवं जांच कार्य शुरू कर दिया गया है।

- राजस्थान के उदयपुर जिले के छतरी गांव में बुधवार रात एक कच्चे मकान में भीषण आग लगने से दो मासूमों की जलकर मौत हो गई।
- हादसे के समय प्रभुलाल गमेती और उनकी पत्नी ने आग की लपटों के बीच अपने चार बच्चों में से दो को बाहर निकाल लिया।
- 14 वर्षीय बेटी जीनल और 8 साल के बेटे सिद्धार्थ की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, दोनों की बॉडी कोयले जैसी हो गई थी।
- आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन परिजनों के अनुसार घर के पास से बिजली का तार टूटकर गिरा था जिससे आग लगी हो सकती है।
- शवों को खेरवाड़ा हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और झुलसे माता-पिता का इलाज जारी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।