बारां जिले के अंता में एक विवाहिता ने अपनी सास के 30 लाख के गहने चुराकर प्रेमी को दे दिए। दरअसल, विवाहिता का प्रेमी गरीब था और उसकी गरीबी दूर करने के लिए बहू ने ये साजिश रची। चोरी के बाद बहू मामले से अनजान बनकर रही, लेकिन करीब छह महीने की जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया। बहु 7 महीने की गर्भवती है और पुलिस को लंबे समय तक उस पर संदेह नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार पलायथा निवासी नवीन लक्षकार ने 6 महीने पहले अंता थाने में 30 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर और नगदी की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पुलिस को घर में मौजूद बहू वैशाली पर शक हुआ, लेकिन उसके गर्भवती होने के कारण गहन पूछताछ नहीं हो पाई।
प्रेमी को काम-धंधा शुरू करवाने के लिए रची साजिश
पुलिस पूछताछ में जो सामने आया वो चौंकाने वाला था। वैशाली ने माना कि उसका अफेयर बारां निवासी शाहरुख उर्फ फतरु से चल रहा था। शाहरुख की आर्थिक हालत बेहद खराब थी। ऐसे में वैशाली ने उसे काम-धंधा शुरू करवाने के लिए अपनी सास के गहने चुराकर उसे देने की योजना बनाई। वारदात के दिन शाहरुख खुद वैशाली के घर आया और उसने करीब 30 लाख के जेवर उसे सौंप दिए।
त्योहारों पर देती थी 20 हजार रुपये
जांच में यह भी सामने आया कि वैशाली हर त्योहार पर शाहरुख को 20 हजार रुपये देती थी। सगाई की अंगूठी से लेकर अन्य जेवर भी वो पहले ही दे चुकी थी। पुलिस अब शाहरुख से बाकी जेवरों की बरामदगी की कोशिश कर रही है।
दोस्तों की भूमिका की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने वैशाली और शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है। इस केस में अब पुलिस शाहरुख के दो सहयोगियों सोहेल और शहादत की तलाश कर रही है, जिनकी भूमिका चोरी के बाद जेवर छिपाने और बेचने में हो सकती है।
साइबर सेल की तकनीकी मदद से मिला सुराग
इस पूरे केस में साइबर टीम की भूमिका अहम रही। वैशाली के मोबाइल लोकेशन और डिजिटल लेन-देन के साक्ष्य सामने आने के बाद ही पुलिस ने उसे कड़ी पूछताछ में लिया, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया।