घरेलू झगड़े के बाद एक युवक सुसाइड करने के लिए पटरियों पर बैठ गया। इस दौरान वहां आए उसके भाई और बेटी ने उसे बचाने की भी कोशिश की, लेकिन तीनों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना जगतपुरा में सीबीआई फाटक के पास रात करीब 11:30 बजे की है।
पुलिस के अनुसार, मरने वालों में 40 वर्षीय सुमित सैन, उसकी 15 वर्षीय बेटी निशा और 44 वर्षीय बड़े भाई गणेश शामिल हैं। तीनों खोह नागोरियान थाना क्षेत्र के जय अंबे नगर में किराए के मकान में रहते थे। शवों को जयपुरिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस द्वारा शुरुआती जांच में यही बात सामने आई है कि यह आत्मघाती कदम पारिवारिक विवाद के चलते उठाया गया। पुलिस अब घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
वीडियो कॉल पर दिखाई ट्रेन पटरी, रिश्तेदार ने दी सूचना
सुमित का परिवारिक विवाद के बाद मूड बिगड़ गया था। वह चुपचाप घर से निकल गया और रेलवे ट्रैक पर जाकर बैठ गया। इसी बीच उसने एक रिश्तेदार को वीडियो कॉल किया, और कहा कि वह खुदकुशी करने जा रहा है। उसने ट्रैक का दृश्य दिखाया और लोकेशन पूछे जाने पर कॉल काट दी। घबराए रिश्तेदार ने तुरंत सुमित की बेटी निशा को जानकारी दी।
बेटी और भाई ने दौड़कर पहुंचे, लेकिन नहीं बचा सके
निशा अपने ताऊ गणेश के साथ तुरंत जगतपुरा की ओर दौड़ी। करीब 11:15 बजे वे दोनों सुमित के पास पहुंच गए और उसे मनाने की पूरी कोशिश की। लेकिन सुमित अपनी जगह से नहीं हिला। तभी हरिद्वार मेल आ गई। दोनों ने सुमित को खींचने की कोशिश की, लेकिन तेज रफ्तार ट्रेन तीनों को उड़ा ले गई।
ट्रेन ड्राइवर ने दी कंट्रोल रूम को सूचना
हरिद्वार मेल के लोको पायलट ने तत्काल रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी कि तीन लोग ट्रेन की चपेट में आ गए हैं। इसके बाद रामनगरिया और खोह नागोरियान थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखी और कंट्रोल रूम को समन्वय में रखा। मौके से तीनों के मोबाइल फोन बरामद हुए, जिससे उनकी पहचान हो सकी।