Monday, April 28, 2025
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सोने ने रचा नया इतिहास, पहली बार एक लाख पर पहुंचा, अभी और बढ़ सकती है कीमत

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर मंगलवार की सुबह गोल्ड फ्यूचर कीमतों ने नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। 5 जून एक्सपायरी वाले कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत ₹98,551 प्रति 10 ग्राम से हुई, और कुछ ही देर में यह ₹99,178 प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा जो अब तक का ऑल टाइम हाई स्तर है। यह तेजी सोमवार की मजबूती के बाद लगातार दूसरे दिन देखी गई है।

बीते सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन (गुरुवार) सोने का दाम ₹95,254 था, यानी सिर्फ दो कारोबारी सत्रों में इसमें ₹3,924 की जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई। इस तेजी का असर घरेलू निवेशकों के साथ-साथ ज्वेलरी इंडस्ट्री पर भी साफ दिख रहा है।

छह कारोबारी दिनों में ₹6,000 की उछाल

MCX डेटा के मुताबिक, 14 अप्रैल को सोने का रेट ₹93,252 प्रति 10 ग्राम था, जो अब 22 अप्रैल को बढ़कर ₹99,178 हो चुका है। इस तरह सिर्फ छह कारोबारी दिनों में ₹5,926 प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। यह तेजी वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर में कमजोरी, और निवेशकों के सुरक्षित विकल्प की तलाश के चलते आई मानी जा रही है।

दिल्ली में ₹99,800 तक पहुंचा भाव

इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, मंगलवार को देशभर में 99.9% शुद्धता वाले 24 कैरेट सोने की कीमत ₹99,200 प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। लेकिन GST (3%) और मेकिंग चार्ज जोड़ने के बाद घरेलू बाजार में इसका रेट ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच जाता है।

ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, दिल्ली में सोमवार को ही सोने का भाव ₹1,650 की बढ़ोतरी के साथ ₹99,800 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। ये आंकड़े गोल्ड मार्केट की मौजूदा गति और संभावित ट्रेंड्स का संकेत देते हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की चमक

इंटरनेशनल मार्केट की बात करें तो गोल्ड का भाव $3,475 प्रति औंस तक जा पहुंचा है, जो वैश्विक निवेशकों में तेजी की धारणा को दर्शाता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगली पॉलिसी, महंगाई के आंकड़े और भू-राजनीतिक तनाव जैसी स्थितियों का असर गोल्ड मार्केट पर बना हुआ है।

IBJA और बाजार के रेट में फर्क क्यों होता है?

इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) प्रतिदिन देशभर के लिए एक औसत दर तय करता है, जो टैक्स और मेकिंग चार्ज से पहले के होते हैं। उपभोक्ता जब ज्वेलरी या गोल्ड खरीदते हैं, तब इस दर में मेकिंग चार्ज और 3% जीएसटी जोड़ा जाता है। यही कारण है कि बाजार में वास्तविक खरीद मूल्य IBJA रेट से अधिक होता है।

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