Monday, April 28, 2025
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लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का करनाल में अंतिम संस्कार, बहन ने दिया कंधा, पहलगाम में आतंकियों ने सिर में मारी थी गोली

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का बुधवार को उनके पैतृक गांव करनाल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बहन सृष्टि नरवाल ने उन्हें कंधा दिया और चचेरे भाई के साथ मिलकर मुखाग्नि दी। यह क्षण न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए बेहद भावुक था।

विनय अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे और करनाल के सेक्टर 7 में रहते थे। शादी के कुछ ही दिन बाद यह खबर उनके लिए जीवन का सबसे बड़ा सदमा बनकर आई। घर पर लोगों का तांता लगा है, लेकिन हर चेहरा खामोशी और पीड़ा से भरा है।

भीड़ में गूंजे ‘विनय अमर रहें’ के नारे

अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला समेत कई नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे। शहीद के सम्मान में गूंजते नारों के साथ गांव की गलियों में देशभक्ति की लहर दौड़ गई।

पत्नी के सामने सिर में मारी गोली

जानकारी के मुताबिक, हमले के वक्त विनय अपनी पत्नी के साथ बैसरन घाटी में घूमने निकले थे। तभी आतंकियों ने उनका नाम पूछा और सिर में गोली मार दी। यह हमला विनय की पत्नी के सामने हुआ, जो इस भयावह दृश्य को कभी नहीं भूल पाएंगी।

शादी के चार दिन बाद गए थे हनीमून पर

विनय के दादा ने बताया कि वे 28 मार्च को छुट्टी पर आए थे। 4 अप्रैल को उनकी रिंग सेरेमनी हुई, 16 अप्रैल को मसूरी में शादी और 19 अप्रैल को रिसेप्शन हुआ। 21 अप्रैल को वे पत्नी के साथ गुरुग्राम से कश्मीर के लिए रवाना हुए। हनीमून पर गए इस नवविवाहित जोड़े की खुशियों को आतंकियों ने लहूलुहान कर दिया।

Navy Lieutenant Vinay Narwal funeral in Karnal after Pahalgam terror attack

“अगर हथियार होता, तो लड़कर मरता मेरा पोता”

विनय के दादा की आंखों में आंसू थे, लेकिन आवाज में गर्व था। उन्होंने कहा, “अगर उसके पास हथियार होता तो वो जरूर मुकाबला करता। वह बहुत बहादुर था।”

सीएम बोले- सख्त कार्रवाई होगी

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा- इस जघन्य घटना के दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। सरकार कठोरतम कार्रवाई करेगी ताकि कोई भी दोबारा ऐसी हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

गांव में मातम, युवाओं में आक्रोश

विनय के गांव भुसली में शोक की लहर है। गांव के सरपंच और स्थानीय निवासियों ने सरकार से आतंकियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। युवाओं में गुस्सा साफ देखा जा सकता है, वे लगातार सवाल उठा रहे हैं – “कब तक हमारे वीर यूं ही शहीद होते रहेंगे?”

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