राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरुवार सुबह मालवीय नगर स्थित फॉरेस्ट व्यू अपार्टमेंट पहुंचे, जहां उन्होंने नीरज को श्रद्धांजलि दी। वहां मौजूद नीरज की मां ज्योति मुख्यमंत्री को देखते ही अपने आंसू रोक नहीं पाईं। सीएम ने उनके आंसू पोछे और गहरी संवेदना प्रकट की। इसी दौरान एक महिला ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह आपकी सरकार का फेलियर है। अब सुरक्षा देने का क्या फायदा?” केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत उस वक्त हाथ जोड़ते नजर आए।
गूंजते रहे सिसकियों के स्वर
नीरज की पार्थिव देह जैसे ही घर पहुंची, पत्नी आयुषी उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी। मुड़-मुड़कर देखती रही, चुपचाप हाथ जोड़े खड़ी रही। अंतिम दर्शन के दौरान परिजन उसे कई बार समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन वो शव से दूर होने को तैयार नहीं थी। भारी मन से ही सही, आखिरकार आयुषी को चिता से दूर ले जाया गया।
पत्नी ने परिवार को बताया- “नीरज को गोली लग गई है”
नीरज उधवानी अपनी पत्नी आयुषी के साथ कश्मीर घूमने गए थे। 22 अप्रैल को जब पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया, तब आयुषी के सामने ही नीरज को गोली मारी गई। इसके बाद आयुषी ने जयपुर में नीरज के भाई किशोर को फोन कर बताया – “नीरज को गोली लग गई है”। खबर मिलते ही परिवार के लोग तुरंत कश्मीर रवाना हुए।
राज्यवर्धन राठौड़ बोले – ये हमला पूरे देश पर है
राजस्थान के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “लोगों को धर्म पूछकर मारा गया, यह न केवल देश बल्कि मानवता को भी झकझोरने वाला हमला है। ये एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें शांति को भंग करने की कोशिश की गई।” राठौड़ ने कहा कि टूरिस्ट को चुन-चुनकर निशाना बनाना, आतंकियों की हताशा दिखाता है।