दिल्ली में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जमकर निंदा की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय और AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया। सभी ने एक सुर में कहा कि आतंक के खिलाफ सरकार जो भी कदम उठाएगी, विपक्ष उसमें साथ खड़ा रहेगा। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने सरकार से कई तीखे सवाल भी पूछे।
इंटेलिजेंस और सुरक्षा व्यवस्था पर विपक्ष ने उठाए सवाल
बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा रहा सुरक्षा में चूक का। विपक्षी दलों ने पूछा कि जब पहलगाम में पहले से खतरा था तो वहां सुरक्षा बल क्यों नहीं तैनात किए गए? राहुल गांधी ने सीधे सवाल किया, “जहां हमला हुआ, वहां सुरक्षा कर्मी क्यों नहीं थे?” कई नेताओं ने इंटेलिजेंस एजेंसियों की विफलता की ओर इशारा करते हुए सरकार से जवाब मांगा।
सरकार ने दी सफाई, बताया क्यों नहीं था डेप्लॉयमेंट
सरकार की तरफ से जवाब मिला कि पहलगाम का जो रूट है, वह आमतौर पर जून से अमरनाथ यात्रा के दौरान खोला जाता है और तभी वहां सुरक्षा बलों की तैनाती होती है। इस बार कुछ लोकल टूर ऑपरेटरों ने बिना प्रशासन को बताए अप्रैल से ही पर्यटकों को वहां ले जाना शुरू कर दिया। चूंकि यह जानकारी स्थानीय प्रशासन के पास नहीं थी, इसलिए वहां पहले से सुरक्षा बल मौजूद नहीं थे।
ओवैसी का सवाल और सरकार की रणनीति
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस बैठक में सिंधु जल समझौते (Indus Water Treaty) पर सवाल उठाया और पूछा कि जब हमारे पास पानी रोकने की तकनीक ही नहीं है, तो इस समझौते को ‘abeyance’ में रखने का क्या फायदा? इस पर सरकार ने कहा कि यह भारत का रुख दिखाने और पाकिस्तान को संदेश देने के लिए किया गया है।
रिजिजू बोले- अब होगी सख्त कार्रवाई
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह घटना देश के लिए बेहद दुखद है और इससे हर नागरिक आहत है। सरकार ने साफ कर दिया है कि अब और सख्त कदम उठाए जाएंगे। रक्षा मंत्री ने भी बैठक में सरकार की तरफ से उठाए गए अब तक के कदमों की जानकारी दी।

- पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 टूरिस्टों की जान गई, पूरे देश में गुस्सा और दुख।
- दिल्ली में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने एकजुट होकर हमले की निंदा की।
- विपक्ष ने इंटेलिजेंस फेलियर और सुरक्षा व्यवस्था में चूक को लेकर सरकार से सवाल पूछे।
- सरकार ने कहा कि अमरनाथ यात्रा से पहले इस रूट पर तैनाती नहीं होती, टूर ऑपरेटरों ने बिना जानकारी के बुकिंग ली।
- रिजिजू ने कहा कि भारत सरकार अब सख्त कार्रवाई की तैयारी में है, हर नागरिक की सुरक्षा प्राथमिकता है।