राजस्थान के डीग मेवात में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने अवैध हथियार तस्करी के शक में पांच अलग-अलग स्थानों पर अचानक दबिश दी। एनआईए इलाके के सांवलेर गांव में तस्करी के एक आरोपी जावेद की मोबाइल लोकेशन ट्रेस होने के बाद उसे पकड़ने आई थी। हालांकि, वह मौके से फरार हो गया।
NIA की टीम ने जावेद के घर से तीन मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जो अब जांच के लिए अहम सबूत माने जा रहे हैं। इसके अलावा अन्य चार ठिकानों से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
हथियारों की तस्वीरें बने सबूत, मोबाइल लोकेशन से हुआ ट्रेस
जांच एजेंसी को कुछ संदिग्ध व्हाट्सएप और सोशल मीडिया ग्रुप्स में अवैध हथियारों की तस्वीरें भेजे जाने की जानकारी मिली थी। इन तस्वीरों से यह संकेत मिला कि हथियारों की खरीद-फरोख्त का नेटवर्क सक्रिय है।
इन्हीं ग्रुप्स में मिले नंबरों और मोबाइल लोकेशन की मदद से एनआईए ने डीग मेवात में अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। पांच प्रमुख ठिकानों पर एक साथ दबिश दी गई, ताकि नेटवर्क को भेदने में कोई चूक न हो।
साइबर ठगी के बाद अब हथियार तस्करी पर NIA की नजर
डीग-मेवात पहले से ही साइबर अपराध के लिए बदनाम है। जामताड़ा के बाद यह इलाका देश में ऑनलाइन ठगी के मामलों में दूसरे स्थान पर माना जाता है। यहां के कई युवा फर्जी कॉल, यूपीआई फ्रॉड और बैंकिंग ठगी में संलिप्त पाए गए हैं।
राजस्थान पुलिस ऑपरेशन ‘साइबर शील्ड’ और ‘एंटीवायरस’ के तहत कई बार कार्रवाई कर चुकी है, लेकिन अब हथियारों की तस्करी जैसे मामलों के सामने आने से खतरा और बढ़ गया है।
जांच जारी, एनआईए ने पूछताछ के लिए बुलाया
एनआईए की इस छापेमारी को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। डीग के एसपी राजेश कुमार मीणा ने सिर्फ इतना कहा कि केंद्र और अन्य जांच एजेंसियों का यहां आना-जाना होता रहता है, लेकिन इस विशेष कार्रवाई पर वे कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
वहीं, सूत्रों की मानें तो एनआईए ने चार संदिग्धों को नोटिस भेजकर दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि बरामद मोबाइल फोन से कई और खुलासे हो सकते हैं।