भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव और जम्मू कश्मीर में हुए हालिया हमले के बीच सोमवार (28 अप्रैल) को भारतीय बाजार ने एक मजबूत शुरुआत की। सुबह करीब साढ़े नौ बजे सेंसेक्स में 327.74 अंक यानी 0.41% की बढ़त देखी गई और यह 79,540.27 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी-50 ने भी 77.70 अंक यानी 0.32% की बढ़त दर्ज की और यह 24,152.20 के स्तर पर खुला।
पिछले सप्ताह गिरावट के साथ हुआ था बंद
पिछले शुक्रवार, 25 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 588.90 अंक यानी 0.74% की गिरावट के साथ 79,212.53 पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी 207.35 अंक नीचे गिरकर 24,039.35 पर बंद हुआ था। इस गिरावट का मुख्य कारण जम्मू कश्मीर में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में बढ़े तनाव और स्थानीय राजनीतिक माहौल का असर था।
वैश्विक और घरेलू बाजारों का सकारात्मक रुझान
वैश्विक और घरेलू बाजारों के सकारात्मक रुझानों के बावजूद, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के नतीजे बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत बने। कंपनी ने 2025 में 19,407 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो उनके बेहतरीन प्रदर्शन का परिणाम है। इसके अलावा, रिटेल और जियो सेक्टर के बेहतरीन नतीजे भी बाजार को सहारा देने का काम कर रहे हैं। RIL ने 10 लाख करोड़ रुपये का नेटवर्थ पार कर भारतीय कंपनियों में नया रिकॉर्ड बनाया है।
बैंकों का कमजोर प्रदर्शन
वहीं दूसरी ओर, कुछ बैंकों ने अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन किया। आरबीएल बैंक की चौथी तिमाही के नतीजे में करीब 80% मुनाफे की गिरावट देखी गई और ब्याज से कमाई में 2% की कमी आई। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के नतीजे भी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे, जिससे निवेशकों में थोड़ी असमंजस की स्थिति रही।
अमेरिकी बाजारों में तेजी
वैश्विक बाजारों की बात करें तो, सोमवार को गिफ्ट निफ्टी 24,232 के करीब कारोबार कर रहा था, जो पिछले सत्र के निफ्टी फ्यूचर्स क्लोज के मुकाबले 93 प्वाइंट्स का प्रीमियम दर्शा रहा था। अमेरिकी बाजार में भी तेजी रही, जहां टैरिफ में नरमी और रूस-चीन के व्यापारिक तनाव में कमी के संकेत ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। MSCI एशिया पैसिफिक इंडेक्स 0.1% चढ़ा, जबकि जापान के निक्केई और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में भी वृद्धि देखने को मिली।
आगे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
हालांकि घरेलू बाजार में कुछ दिक्कतें बनी रही, लेकिन वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुझान और प्रमुख कंपनियों के मजबूत नतीजे बाजार के लिए सहायक रहे। निवेशकों को फिलहाल बाजार में संभावित सुधार और आने वाले दिनों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।