जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मंगलवार को बड़ी जानकारी सामने आई है। इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक इस हमले के पीछे पाकिस्तान का पूर्व स्पेशल सर्विसेज ग्रुप (SSG) कमांडर हाशिम मूसा है। सूत्रों के अनुसार, हाशिम मूसा अब लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है और उसे जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए भेजा गया था।
इधर, पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस नेताओं ने PM मोदी को लिखा पत्र, संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाने की अपील की है। पत्र में आतंकवाद पर राष्ट्रीय चर्चा की मांग की गई है, ताकि देश एकजुट होकर आगे की रणनीति तय कर सके।
उधर, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोमवार रात बयान दिया कि भारत कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है और पाकिस्तानी सेना इसके लिए पूरी तरह तैयार है। हमले के बाद से पाकिस्तान लगातार सीजफायर उल्लंघन कर रहा है और पांचवें दिन भी LoC पर फायरिंग की घटनाएं हुई हैं।
डोडा में पर्यटकों की भीड़, बोले- कश्मीर हमारा है
आतंकी घटनाओं के बीच कश्मीर घाटी में जनजीवन सामान्य बना हुआ है। डोडा के भदरवाह क्षेत्र में मंगलवार को बड़ी संख्या में टूरिस्ट नजर आए। पर्यटकों ने यहां तिरंगा फहराया और जमकर मस्ती भी की। उनका कहना था कि सेना की मौजूदगी में वे पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
कश्मीर में टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए यह संदेश बेहद अहम है कि डर के माहौल के बावजूद लोग घाटी में घूमने आ रहे हैं और भरोसे के साथ अपनी छुट्टियां बिता रहे हैं।
कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा पर गृह मंत्री की कड़ी नजर
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संयोजक नासिर खुहामी ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने व्यक्तिगत रूप से नजर बनाई हुई है।
जामिया यूनिवर्सिटी समेत देश के कई हिस्सों से छात्रों को धमकी मिलने की खबरों के बाद एसोसिएशन ने तुरंत गृह मंत्री को पत्र लिखा था। इसके बाद अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और डीजीपी को सख्त निर्देश जारी किए। खासकर उत्तराखंड में धमकाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की गई है।
उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में छात्रों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है, ताकि वे बेखौफ रहकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।