पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में जुल्म और हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही। ताज़ा मामला ज़ियारत जिले का है, जहां मंगलवार सुबह चोटीयार इलाके में 7 लोगों के गोलियों से छलनी शव मिले। ज़ियारत के डिप्टी कमिश्नर ज़काउल्लाह दुर्रानी ने बताया कि इन शवों को एकसाथ एक ही जगह पर पाया गया और ऐसा लग रहा है कि इन्हें एक ही समय पर कतार में खड़ा करके मारा गया है।
शव मिलने पर भड़के लोग, सड़क पर उतरे
हत्या की खबर फैलते ही लोगों में गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और शवों को देखकर आक्रोशित हो गए। भीड़ ने चोटीयार और ज़ियारत को जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर धरना शुरू कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया। पुलिस और प्रशासन प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि रास्ता खाली कराया जा सके। शवों को पोस्टमार्टम के लिए ज़िला अस्पताल भेज दिया गया है।
बलूचिस्तान में ऐसे कत्लेआम आम हो चुके हैं
बलूचिस्तान में गोलियों से छलनी शव मिलना कोई नई बात नहीं रह गई है। पिछले कुछ महीनों में यहां कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। बलूच अलगाववादी संगठन जैसे बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और पाकिस्तानी सेना के बीच संघर्ष लगातार जारी है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों का हो रहा है।
हाल की बड़ी घटनाओं ने खोली पोल
चंद दिन पहले क्वेटा के पास सड़क किनारे हुए धमाके में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (F) के नेता समेत चार लोगों की जान चली गई, जिनमें एक बच्चा भी शामिल था। इसी महीने तुर्बत में BLA की मजीद ब्रिगेड के आत्मघाती हमले में 47 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, वहीं मंगोचर इलाके में सैन्य शिविर पर हमले में 17 सैनिकों की मौत हो गई थी। लगातार हो रही इन वारदातों ने पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ सकता है
इन हत्याओं और बलूच जनता पर हो रहे अत्याचारों के कारण पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों का दबाव बढ़ सकता है। अब देखना यह है कि पाकिस्तान सरकार इन हत्याओं को लेकर क्या कदम उठाती है या फिर हमेशा की तरह मामले को रफा-दफा कर देती है।

- पाकिस्तान के ज़ियारत जिले में 7 लोगों के शव लाइन में मिले, जिन्हें गोली मारकर मारा गया।
- शव मिलने के बाद स्थानीय लोग भड़क गए और सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू किया।
- पुलिस और प्रशासन लोगों को समझाकर रास्ता खुलवाने की कोशिश में जुटे हैं।
- बलूचिस्तान में इससे पहले भी कई हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें आम नागरिक और सुरक्षाबल मारे गए।
- लगातार हो रही हिंसा से पाकिस्तान की सुरक्षा नीति और मानवाधिकारों पर सवाल उठ रहे हैं।