कोलकाता के फालपट्टी मछुआ इलाके में मंगलवार रात एक होटल में अचानक भीषण आग लग गई। जिससे अब तक 14 लोगों की मौत हो गई जबकि 22 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। घटना के बाद से राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है, लेकिन अभी भी अंदर कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग, छत और खिड़कियों से कूदते दिखे लोग
पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने जानकारी दी कि आग रात करीब 8:15 बजे ऋतुराज होटल में आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। शुरुआती जांच के मुताबिक, चौथी मंजिल पर लगे बिजली मीटर में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी, जिसने तेजी से पूरे होटल को अपनी चपेट में ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, होटल के भीतर फंसे लोग अपनी जान बचाने के लिए छत और खिड़कियों से कूदते नजर आए। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और हर ओर चीख-पुकार मच गई।
जांच के लिए स्पेशल टीम गठित, फायर सेफ्टी पर उठे सवाल
पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया है, जो हादसे के हर पहलू की जांच करेगी। साथ ही, होटल की सुरक्षा व्यवस्था और फायर सेफ्टी मानकों की भी समीक्षा की जा रही है।
भाजपा और कांग्रेस ने सरकार को घेरा
घटना के बाद बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए राज्य प्रशासन से तत्काल मदद पहुंचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि फायर सेफ्टी के नियमों को सख्ती से लागू किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी न दोहराई जाए।
वहीं, पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने भी हादसे को दुखद बताते हुए नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि होटल में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे और प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आती है।