राजस्थान में गर्मी ने मंगलवार को नया रिकॉर्ड बनाया जब जैसलमेर में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। फलौदी में 45.8, बाड़मेर में 45.7 और बीकानेर-गंगानगर में 44.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जिससे रेगिस्तान की तपिश और भी तेज हो गई।
जोधपुर, चूरू, कोटा, डबोक और भीलवाड़ा जैसे शहरों में भी पारा 42 से 44 डिग्री के बीच दर्ज हुआ, वहीं जालौर समेत कई स्थानों पर तापमान 41 डिग्री पार कर गया। रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिली, जहां न्यूनतम तापमान 20.4 से 28.4 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
2 मई से राहत की उम्मीद, बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 1 मई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिससे जोधपुर, बीकानेर, अजमेर और जयपुर संभागों में दोपहर बाद गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
2 मई को यह प्रभाव और बढ़ेगा, जब बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, कोटा, जयपुर और भरतपुर संभागों में कहीं-कहीं तेज हवाओं और बारिश की संभावना जताई गई है।
4 से 7 मई तक आंधी-बारिश का दौर जारी रहने की चेतावनी
मौसमीय बदलाव 4 मई से 7 मई तक राज्य के विभिन्न भागों में अपनी पकड़ बनाए रखेगा। इससे तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है, जिससे लोगों को लू से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
चित्तौड़गढ़ में दिन-रात की गर्मी ने बढ़ाई बेचैनी
चित्तौड़गढ़ में सोमवार को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री और न्यूनतम 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्म हवाओं ने दिन के साथ-साथ रातों को भी बेचैन कर दिया है। मंगलवार को भी गर्मी का वही हाल रहा और दोपहर में बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आया।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और प्रशासन की अपील
मौसम के इस बदले मिजाज को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आम नागरिकों से दोपहर में बाहर निकलने से बचने, पर्याप्त पानी पीने, और सिर ढककर बाहर निकलने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि तेज धूप में बाहर न निकलें, क्योंकि इससे लू लगने का खतरा बना हुआ है।
मौसम विभाग का साफ कहना है कि जब तक तेज धूप हो, घरों से बाहर निकलने से पहले सावधानी बरतें। पिछले साल गर्मी के मौसम में लू से कई लोगों की मौत हो चुकी है, ऐसे में स्थिति को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है।