Monday, April 28, 2025
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राम मंदिर हमले की साजिश नाकाम: फरीदाबाद से संदिग्ध गिरफ्तार, ISI के ISKP मॉड्यूल से कनेक्शन

गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने एक संयुक्त ऑपरेशन में अयोध्या के राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने वाले अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। पाकिस्तान की ISI से ट्रेनिंग लेकर रहमान ने कई बार मंदिर की रेकी की और सुरक्षा जानकारी लीक की। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए, जिससे एक बड़े हमले की योजना का पर्दाफाश हुआ।

नेशनल ब्रेकिंग: अयोध्या के राम मंदिर पर हमले की साजिश को सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। फरीदाबाद से गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल रहमान के पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए। ISI से ट्रेनिंग लेकर वह इस हमले को अंजाम देने की तैयारी में था।

गुजरात ATS और फरीदाबाद STF का संयुक्त ऑपरेशन

गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक संयुक्त ऑपरेशन में आतंकी हमले की साजिश रचने वाले एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक की पहचान अब्दुल रहमान (19) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के फैजाबाद (अयोध्या) का निवासी है। सुरक्षाबलों ने फरीदाबाद से उसे गिरफ्तार किया, जहां वह आतंकी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में था। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए, जिन्हें तुरंत निष्क्रिय कर दिया गया।

राम मंदिर को निशाना बनाने की साजिश

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अब्दुल रहमान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था। उसे अयोध्या के राम मंदिर पर हमला करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। जांच में यह भी सामने आया कि वह कई कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ा था और फैजाबाद में एक मटन शॉप चलाता था। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान की ISI भारत में एक बड़ी साजिश रच रही थी, जिसमें राम मंदिर को निशाना बनाया जाना था।

राम मंदिर की रेकी और सुरक्षा जानकारी लीक

जांच में पाया गया कि अब्दुल रहमान कई बार अयोध्या जाकर राम मंदिर की रेकी कर चुका था। उसने मंदिर की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां ISI को दी थीं। आतंकियों की योजना थी कि हैंड ग्रेनेड से हमला कर बड़े पैमाने पर तबाही मचाई जाए। गुजरात ATS को इनपुट मिला था कि एक संदिग्ध आतंकी भारत में सक्रिय है, जिसके आधार पर फरीदाबाद STF के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।

कैसे पकड़ा गया संदिग्ध?

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, अब्दुल रहमान फैजाबाद से ट्रेन के जरिए फरीदाबाद पहुंचा था, जहां उसे उसके हैंडलर ने हैंड ग्रेनेड सौंपे। योजना थी कि वह ट्रेन से अयोध्या लौटकर हमला करे। लेकिन इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों को इस साजिश की भनक लग गई और संयुक्त कार्रवाई में रहमान को गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में मिल रहे अहम सुराग

हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां अब्दुल रहमान से गहन पूछताछ कर रही हैं। उसके मोबाइल और बरामद सामग्रियों की जांच की जा रही है ताकि उसके नेटवर्क का पता लगाया जा सके। सुरक्षा एजेंसियां यह भी खंगाल रही हैं कि इस साजिश में और कौन शामिल था और क्या कोई स्थानीय मददगार भी उसके साथ था।

ISI के ISKP मॉड्यूल से कनेक्शन

सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल रहमान ISI के ISKP (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। माना जा रहा है कि इस मॉड्यूल में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। रहमान के पास से बरामद हैंड ग्रेनेड पर किसी कंपनी या देश का निशान नहीं था, जिससे आशंका है कि यह हथियार स्मगलिंग के जरिए भारत पहुंचाए गए। इस मामले की गहन जांच जारी है।

देशभर में सुरक्षा कड़ी

इस गिरफ्तारी के बाद अयोध्या समेत देश के सभी संवेदनशील धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने साफ किया है कि आतंकियों के मंसूबों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा और इस नेटवर्क का जल्द भंडाफोड़ किया जाएगा।

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