देशभर के बैंक उपभोक्ताओं के लिए आने वाले दिनों में परेशानियां बढ़ सकती हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने 24 और 25 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है, जिससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। वहीं, 22 मार्च (शनिवार) और 23 मार्च (रविवार) को अवकाश होने की वजह से लगातार चार दिनों तक बैंक बंद रहेंगे।
बैंक कर्मचारियों की ये हैं मुख्य मांगें
UFBU के संयोजक महेश मिश्रा ने बताया कि हड़ताल के पीछे कर्मचारियों की प्रमुख मांगें हैं, जिनमें शामिल हैं:
- नई भर्तियों की मांग: बैंकों में खाली पदों पर जल्द से जल्द भर्ती की जाए।
- पांच दिवसीय कार्य सप्ताह: बैंक कर्मचारियों को हफ्ते में सिर्फ पांच दिन काम करने की सुविधा मिले।
- ग्रेच्युटी की सीमा बढ़ाई जाए: फिलहाल 20 लाख रुपये की सीमा को 25 लाख रुपये करने की मांग की जा रही है।
- परफॉर्मेंस रिव्यू सिस्टम खत्म हो: कर्मचारियों का कहना है कि पीएलआई (प्रोडक्टिविटी लिंक्ड इंसेंटिव) प्रणाली को हटाया जाए।
- आउटसोर्सिंग पर रोक: बैंकों में स्थायी भर्तियों की जगह आउटसोर्सिंग से काम करवाने की प्रक्रिया को बंद किया जाए।
ग्राहकों को होगी परेशानी, लेन-देन में आ सकती है दिक्कत
बैंक हड़ताल के कारण नकदी निकासी, चेक क्लियरिंग, लोन प्रोसेसिंग और अन्य बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे अपने महत्वपूर्ण कार्य 21 मार्च से पहले ही निपटा लें।
बैठक में नहीं निकला हल, हड़ताल तय
नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक एम्प्लाइज के महासचिव एल. चंद्रशेखर के अनुसार, 14 मार्च को इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के साथ बैठक हुई थी, लेकिन कर्मचारियों की मांगों पर सहमति नहीं बन पाई। इस कारण बैंक यूनियन ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया।
क्या होगी आगे की रणनीति?
अगर इस हड़ताल के बाद भी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो बैंक यूनियन आगे अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर सकती है। इस बीच सरकार और बैंक प्रबंधन से समाधान निकालने की उम्मीद जताई जा रही है।

- चार दिन बैंक बंद: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने 24-25 मार्च को देशव्यापी हड़ताल बुलाई है, जिससे 22-23 मार्च के अवकाश सहित कुल 4 दिन बैंक बंद रहेंगे।
- मुख्य मांगे: कर्मचारियों ने नए भर्तियों की जरूरत, 5-दिनीय कार्य सप्ताह, ग्रेच्युटी की सीमा बढ़ाने, और आउटसोर्सिंग बंद करने जैसी मांगें रखी हैं।
- बैंकिंग सेवाओं पर असर: नकदी निकासी, चेक क्लियरिंग और अन्य लेनदेन प्रभावित होंगे। ग्राहकों को पहले से अपने बैंकिंग कार्य निपटाने की सलाह दी गई है।
- संघर्ष जारी: 14 मार्च को हुई बैठक में भी कोई समाधान नहीं निकला, जिससे हड़ताल की संभावना और बढ़ गई है।
- ग्राहकों के लिए चेतावनी: हड़ताल के कारण बैंकों में भीड़ बढ़ सकती है, इसलिए आवश्यक कार्य 21 मार्च से पहले निपटा लेना बेहतर रहेगा।