रविवार, जून 15, 2025
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चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू: टोकन व्यवस्था से दर्शन होंगे सुगम, अब तक 20 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन

इस साल चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक 20 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं। 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ इस पवित्र यात्रा का शुभारंभ होगा। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के द्वार श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलेंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले जाएंगे।

टोकन व्यवस्था से यात्रियों को मिलेगा लाभ

उत्तराखंड सरकार ने इस बार यात्रा को अधिक व्यवस्थित बनाने के लिए टोकन व्यवस्था लागू की है। टोकन में दिए गए नंबर के अनुसार ही श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। इससे न केवल मंदिर परिसरों में भीड़ नियंत्रित रहेगी बल्कि श्रद्धालुओं को लंबी कतारों में खड़े रहने से भी राहत मिलेगी। केदारनाथ में एमआई हेलीपैड के पास विशेष टोकन काउंटर बनाया जाएगा, जहां से यात्रियों को समयानुसार टोकन मिलेगा।

यमुनोत्री में वन वे सिस्टम लागू

यमुनोत्री धाम में भी इस साल भीड़ नियंत्रण के लिए टोकन व्यवस्था के साथ वन वे सिस्टम लागू किया गया है। यहां प्रवेश के लिए 100 मीटर और निकासी के लिए 150 मीटर लंबा अलग-अलग मार्ग तैयार किया गया है। जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक पुलिस और एसडीआरएफ के बूथ बनाए गए हैं, जो यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद करेंगे। भैरोंघाटी से भंडेलीगाड़ तक तीन किलोमीटर का वैकल्पिक मार्ग भी सुधारा गया है।

यात्रा की पारंपरिक रूपरेखा और जरूरी जानकारियां

चारधाम यात्रा की परंपरा पश्चिम से पूर्व दिशा में यात्रा करने की रही है, जो यमुनोत्री से शुरू होकर गंगोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में बद्रीनाथ में समाप्त होती है। तीर्थयात्रा दिल्ली, हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून से शुरू की जा सकती है।
बायोमेट्रिक पंजीकरण यात्रा के लिए अनिवार्य है। इसके लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट जैसे दस्तावेज जरूरी हैं।

सुविधाएं और सावधानियां

श्रद्धालुओं के लिए स्विस कॉटेज, बजट होटल और डीलक्स आवास की व्यवस्था उपलब्ध है। हेलीकॉप्टर सेवा भी बुकिंग के माध्यम से ली जा सकती है। जो यात्री चलने में असमर्थ हैं, उनके लिए पालकी, घोड़ा और पिट्ठू की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, आरामदायक और अच्छी पकड़ वाले जूते, दस्ताने, स्वेटर, मोजे और रेनकोट साथ रखना जरूरी है ताकि मौसम की अनिश्चितताओं से निपटा जा सके।

यात्रा के दौरान ले जाने वाली चीजें

  • सर्दी, खांसी, बुखार और सिरदर्द के लिए आवश्यक दवाइयों की एक मेडिकल किट साथ रखें।
  • बैंड-एड्स, एंटीसेप्टिक क्रीम और प्राथमिक उपचार के अन्य जरूरी सामान जरूर रखें।
  • धूप से बचाव के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें और टोपी व चश्मा पहनना न भूलें।
  • ऊनी कपड़े जैसे बॉडी वार्मर, स्वेटर, जैकेट, ऊनी टोपी, मोजे और दस्ताने अपने साथ रखें।
  • विंडचीटर, रेनकोट और बारिश से बचने के लिए छाता भी अपने सामान में शामिल करें।
  • वाटरप्रूफ जूते और वाटरप्रूफ बैग साथ ले जाएं ताकि खराब मौसम में भी सामान सुरक्षित रहे।
  • बैटरी से चलने वाली टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियों का सेट साथ रखें।
  • रास्ते में एनर्जी बनाए रखने के लिए पानी की बोतलें और ड्राई फ्रूट्स साथ रखें।
  • सभी जरूरी दस्तावेज जैसे टिकट्स, आधार कार्ड, वोटर आईडी और पैसे वाटरप्रूफ पाउच या बैग में सुरक्षित रखें।
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  • चार धाम यात्रा 30 अप्रैल 2025 से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ प्रारंभ होगी।
  • अब तक 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण करवा लिया है, जिससे इस वर्ष यात्रियों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिल रही है।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टोकन व्यवस्था लागू की गई है, जिससे दर्शन की प्रक्रिया अधिक सुगम और व्यवस्थित होगी।
  • केदारनाथ और यमुनोत्री धाम पर विशेष व्यवस्था की गई है, जहां एमआई हेलीपैड के पास टोकन काउंटर और एक-तरफा दर्शन मार्ग तैयार किए गए हैं।
  • जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगी, ताकि भीड़ नियंत्रण और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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