देशभर में बीते दस दिन में 3000 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं और 40 जानें गई हैं। हर दिन औसतन 350 से ज्यादा केस आ रहे हैं। मंगलवार तक एक्टिव केस की संख्या 6815 पहुंच गई।
केरल एक बार फिर हॉटस्पॉट बन गया है, जहां फिलहाल 2053 एक्टिव केस हैं। वहीं, बीते 24 घंटे में 324 नए मरीज सामने आए और 5 लोगों की मौत दर्ज हुई। जिनमें से दो कर्नाटक, एक-एक केरल, दिल्ली और झारखंड से हैं।
केरल में फिर टेस्टिंग सख्त
केरल में स्वास्थ्य मंत्री ने साफ किया है कि शुरुआती लक्षण वाले मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जाएग। बुजुर्ग और को-मॉर्बिडिटी वाले मरीजों के लिए नया वैरिएंट ज्यादा खतरनाक है। सरकारी अस्पतालों में अब मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। गाइडलाइन वही, जो जून 2023 में जारी हुई थी—लेकिन इस बार पालन ज़्यादा सख्ती से होगा।
राज्यों ने बढ़ाई तैयारी
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी प्रमुख विभागों की बैठक ली। उन्होंने कहा सरकार हर स्तर पर तैयार है। उन्होंने कोरोना के केसेज पर नजर रखने और नियमित टेस्ट की बात कही। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ने भी भरोसा दिया—बेड, वेंटिलेटर, ICU सब तैयार हैं। कर्नाटक के गुलबर्गा मेडिकल कॉलेज में 25 बेड वाला कोविड वार्ड फिर एक्टिव कर दिया गया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी जिला प्रशासन से ऑक्सीजन और जरूरी दवाएं स्टॉक रखने के निर्देश जारी हो चुके हैं।
चार नए वैरिएंट मिले भारत में
ICMR ने बताया कि भारत में चार नए कोविड वैरिएंट की पहचान हुई है: LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1. ये वैरिएंट फिलहाल दक्षिण और पश्चिम भारत से आए सैंपलों में ज्यादा पाए गए हैं। JN.1 इस वक्त भारत में सबसे आम है—हर दो में से एक संक्रमित में यही पाया जा रहा है। NB.1.8.1 को लेकर विशेषज्ञ थोड़ा और अलर्ट हैं, क्योंकि इसमें तीन खास म्यूटेशन हैं: A435S, V445H और T478I, जो इसे तेजी से फैलने वाला और इम्यून सिस्टम से बच निकलने वाला बना सकते हैं।
ICMR-WHO की क्या रिपोर्ट कहती है
अभी राहत की बात यह है कि WHO ने इन वैरिएंट को “चिंताजनक” की कैटेगरी में नहीं रखा है, लेकिन इन्हें “निगरानी वाले वैरिएंट” के तौर पर चिन्हित किया गया है। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल का कहना है कि स्थिति बहुत गंभीर नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।