इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने की आखिरी तारीख 31 जुलाई पास आ रही है। यह हर टैक्सपेयर्स के लिए कानूनी जिम्मेदारी है, लेकिन सिर्फ फॉर्म भरना ही काफी नहीं है—सही फॉर्म, सही आंकड़े और सही दस्तावेज़ बेहद जरूरी हैं। रिटर्न समय से फाइल करना न सिर्फ जुर्माने से बचाता है, बल्कि रिफंड पाने की प्रक्रिया भी तेज करता है।
Form 26AS: सालभर का टैक्स स्टेटमेंट एक ही जगह
Form 26AS एक अहम दस्तावेज़ है जिसमें टैक्सपेयर्स के पूरे साल का टैक्स रिकॉर्ड होता है। इसमें टीडीएस, टीसीएस, एडवांस टैक्स, रिफंड और बड़े वित्तीय लेनदेन की जानकारी होती है।
यह आपके पैन से लिंक होता है और इनकम टैक्स की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होता है। ITR फाइल करते समय इसमें दिख रहे टीडीएस की राशि आपके फॉर्म में लिखी गई राशि से मेल खानी चाहिए, नहीं तो टैक्स विभाग की ओर से नोटिस मिल सकता है।
AIS: आपकी पूरी टैक्स हिस्ट्री का डिजिटल रिकॉर्ड
Annual Information Statement (AIS) टैक्सपेयर्स के लिए एक डिजिटल टैक्स पासबुक की तरह है, जिसमें उनके सभी प्रमुख आर्थिक लेनदेन दर्ज होते हैं। इसे नवंबर 2021 में शुरू किया गया था।
AIS के दो भाग होते हैं—पार्ट A में आपकी व्यक्तिगत जानकारी और पार्ट B में आपके बैंक, शेयर, इन्श्योरेंस, ब्याज और अन्य वित्तीय विवरण शामिल होते हैं। यह जानकारी इनकम टैक्स विभाग के पास पहले से मौजूद होती है, इसलिए इसे चेक करना जरूरी है।
आईटीआर फाइल करते समय इन बातों का ध्यान रखें
- Form 26AS और AIS दोनों को डाउनलोड कर अच्छी तरह जांच लें
- सभी इनकम सोर्स की जानकारी सही-सही भरें
- टैक्स कटौती की जानकारी (जैसे HRA, LIC, 80C, आदि) सही से दर्शाएं
- TDS की राशि 26AS से मेल खानी चाहिए
- रिटर्न सही भरने से रिफंड जल्दी मिल सकता है