जोधपुर में सोमवार को अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम पर स्थानीय लोगों ने अचानक हमला बोल दिया। उम्मेदसागर बांध क्षेत्र में हुए इस हमले में 12 से ज्यादा पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हो गए, जिनमें से दो को सिर में गंभीर चोटें आईं।
हिंसक विरोध के दौरान भीड़ ने मौके पर खड़ी चार JCB मशीनों और एक निजी कार में जमकर तोड़फोड़ की। हालात इतने बिगड़े कि मौके पर मौजूद अधिकारी जान बचाकर वहां से हटे। कुछ महिलाओं की पुलिसकर्मियों से झड़प की भी खबर है, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
दोपहर में फिर शुरू हुई कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा मौके पर पहुंचे। भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच रुकी हुई कार्रवाई को दोबारा शुरू किया गया। दोपहर तक निगम की टीमों ने 70 अतिक्रमणों को ढहा दिया।
पुलिस ने पूरे इलाके में सघन कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया और 108 महिलाओं और पुरुषों को हिरासत में लिया गया। राजीव गांधी नगर थाने में सरकारी कार्य में बाधा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
बांध क्षेत्र में अवैध निर्माण की भरमार
उम्मेदसागर बांध के 500 मीटर के दायरे में बीते वर्षों में बड़ी संख्या में अवैध निर्माण खड़े हो गए हैं। कई पक्के मकान बनने के बाद भी पूरी तरह अतिक्रमण नहीं हट पाया। जोधपुर विकास प्राधिकरण (JDA) इससे पहले भी कई बार कार्रवाई कर चुका है।
इसी क्रम में सोमवार को नगर निगम, पुलिस और पीएचईडी की टीम ने 229 चिन्हित अतिक्रमणों को हटाने की मुहिम शुरू की थी।
DCP बोले– हर हाल में हटेगा अतिक्रमण
पथराव के बाद भी पुलिस पीछे नहीं हटी। डीसीपी वर्मा ने साफ किया कि जो भी लोग हिंसा में शामिल रहे हैं, उनकी पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “बांध क्षेत्र को अवैध कब्जों से मुक्त कराना हमारी जिम्मेदारी है और यह काम हर हाल में पूरा होगा।”
महापौर ने जताई नाराजगी, बिजली कनेक्शन भी हटेंगे
नगर निगम दक्षिण की महापौर वनिता सेठ ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग एक तरफ अवैध कब्जे करते हैं और जब उन्हें हटाया जाता है तो पथराव करते हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई की कमान अतिक्रमण प्रभारी स्वरूप सिंह संभाल रहे थे, जिनकी टीम के कई सदस्य घायल हो गए हैं।
महापौर ने यह भी बताया कि बिजली विभाग के सहयोग से अवैध कनेक्शन हटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। सभी अनधिकृत कनेक्शन काटे जाएंगे ताकि अवैध ढांचे दोबारा खड़े न हो सकें।