कोटा की तंग गलियों में एक ऐसी वारदात ने जन्म लिया, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया। एक नाबालिग लड़की, जो अपनी सहेली के घर गई थी, वो कभी नहीं सोच सकती थी कि उसका भरोसा इस तरह टूटेगा। सहेली का भाई और उसके दोस्तों ने मिलकर उसे न सिर्फ बंधक बनाया, बल्कि तीन दिन तक उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। गुमानपुरा थाना इलाके में हुई इस घटना ने पूरे शहर को सकते में डाल दिया है। करीब आधा दर्जन आरोपियों ने मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया, जिसमें कुछ नाबालिग भी शामिल बताए जा रहे हैं।
सहेली के घर से शुरू हुआ दर्दनाक सफर
पीड़िता की मां का कहना है कि उनकी बेटी अपनी सहेली से मिलने गई थी। सहेली ने उसे घर भेजा, लेकिन रास्ते में ही ये खौफनाक खेल शुरू हो गया। सहेली के भाई ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पहले तो लड़की को अगवा किया, फिर उसे बंधक बनाकर तीन दिन तक उसकी अस्मत लूटी। मां की शिकायत के मुताबिक, ये वारदात 3 अप्रैल को शुरू हुई, लेकिन उन्हें इसके बारे में 7 अप्रैल को पता चला, जब बेटी किसी तरह उनके पास पहुंची। इसके बाद मां ने फौरन पुलिस का दरवाजा खटखटाया।
पुलिस की सख्ती, आरोपियों की तलाश तेज
कोटा पुलिस इस मामले को लेकर पूरी तरह हरकत में आ गई है। डीएसपी योगेश शर्मा ने बताया कि गैंगरेप की शिकायत मिलते ही टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। पीड़िता को सुरक्षित बरामद कर लिया गया और उसका मेडिकल टेस्ट करवाया गया। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए और उसे नारीशाला में शिफ्ट कर दिया है। डीएसपी का कहना है कि ये वारदात बेहद गंभीर है और जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी चल रही है और जल्द ही उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने का भरोसा जताया गया है।
शहर में दहशत, लोग सवालों के घेरे में
इस घटना के बाद कोटा में लोग सहमे हुए हैं। जो रिश्ते भरोसे की नींव पर टिके थे, वो अब सवालों के घेरे में हैं। एक बहन की सहेली के साथ हुई इस क्रूरता ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट और पीड़िता के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल, शहर की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कब ये हैवान कानून के शिकंजे में होंगे।
ये खबर सिर्फ एक घटना की जानकारी नहीं, बल्कि एक चेतावनी भी है कि अपराध कहीं भी, किसी भी रूप में सामने आ सकता है। कोटा पुलिस की सक्रियता और जांच ही अब पीड़िता को इंसाफ दिलाने की उम्मीद बनी हुई है।