मणिपुर में एक बार फिर हालात बेकाबू हो गए हैं। अरम्बाई टेंगोल संगठन के नेता कानन सिंह को CBI ने रविवार को गिरफ्तार किया, जिन पर पिछले साल हुई हिंसा भड़काने का आरोप है। गिरफ्तारी की खबर फैलते ही शनिवार देर रात इंफाल और आस-पास के इलाकों में बवाल मच गया। भीड़ ने कई गाड़ियों को आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया।
प्रदर्शनकारियों ने खुद को जलाने की कोशिश की
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने इंफाल के क्वाकेथेल और उरीपोक इलाकों में सड़क के बीचों-बीच टायर और पुराने फर्नीचर में आग लगा दी। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तो खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की। हालात इतने बिगड़े कि सुरक्षाबलों को एयरपोर्ट तक घेराबंदी करनी पड़ी। इंफाल वेस्ट के खुरई लामलोंग में एक बस को आग के हवाले कर दिया गया, वहीं क्वाकेथेल में कई राउंड फायरिंग की आवाजें भी सुनाई दीं। तीन लोगों के घायल होने की खबर है।
5 जिलों में इंटरनेट बंद, कुछ जगहों पर कर्फ्यू
स्थिति को संभालने के लिए सरकार ने 7 जून की रात 11:45 बजे से पांच जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवा को पांच दिन के लिए बंद कर दिया है। इंफाल ईस्ट और बिष्णुपुर में कर्फ्यू भी लगाया गया है। राजभवन के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है कि कोई भी आदेश का उल्लंघन करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी।
पिछले साल से जारी है कुकी-मैतेई संघर्ष
मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच संघर्ष चल रहा है। इस झगड़े में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, 1500 से ज्यादा घायल हैं और करीब 70 हजार लोग अपने घरों से बेघर हो चुके हैं। 6 हजार से ज्यादा FIR दर्ज हो चुकी हैं लेकिन शांति अब तक नहीं लौटी है।
NIA ने तीन उग्रवादियों को किया गिरफ्तार
इसी बीच, मणिपुर में NIA ने तेंगनौपाल जिले के मोरेह इलाके में हुए जानलेवा हमले के मामले में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। यह हमला 17 जनवरी 2024 को हुआ था, जिसमें दो पुलिस कमांडो की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। हमलावरों ने IRB की पोस्ट और सुरक्षा बलों को निशाना बनाया था।
नई सरकार बनने की तैयारी, लेकिन राष्ट्रपति शासन अभी जारी
मणिपुर में 13 फरवरी से राष्ट्रपति शासन लागू है। हालांकि विधानसभा भंग नहीं की गई है, सिर्फ निलंबित है। 30 अप्रैल को 21 विधायकों ने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर जल्द से जल्द सरकार बनाने की मांग की थी। 28 मई को NDA के 10 विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात भी की। उम्मीद जताई जा रही है कि 15 जून तक नई सरकार का गठन हो सकता है।

- गिरफ्तारी से शुरू हुआ बवाल: CBI ने मैतेई संगठन के नेता कानन सिंह को गिरफ्तार किया, जिससे इंफाल और बाकी जिलों में विरोध भड़क उठा।
- प्रदर्शन में हिंसा और आत्मदाह की कोशिश: प्रदर्शनकारियों ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की, सड़क पर टायर-फर्नीचर जलाए, गाड़ियां फूंकीं।
- इंटरनेट और कर्फ्यू: हालात काबू में लाने के लिए पांच जिलों में इंटरनेट बंद और इंफाल ईस्ट-बिष्णुपुर में कर्फ्यू लागू किया गया।
- पिछले साल से तनाव जारी: कुकी-मैतेई संघर्ष में अब तक 300 से ज्यादा मौतें और 70 हजार लोग बेघर हो चुके हैं।
- नई सरकार की उम्मीद: राष्ट्रपति शासन के बीच सरकार गठन की कोशिशें तेज, 15 जून तक नई सरकार बनने की संभावना।