राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी की खबरें लगातार सुर्खियों में हैं। ऐसे में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एकजुटता का संदेश देने के लिए बुधवार रात दिल्ली में डिनर मीटिंग आयोजित की। इस ‘डिनर डिप्लोमेसी’ में राजस्थान के 8 लोकसभा सांसदों को आमंत्रित किया गया, जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी शामिल रहे।
इस अहम बैठक में सांसद राहुल कस्वां, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, हरीश मीणा, उम्मेदाराम बेनीवाल, कुलदीप इंदौरा, भजनलाल जाटव और अनीता जाटव उपस्थित रहे। इनके अलावा राज्यसभा सांसद नीरज डांगी भी मौजूद थे। लेकिन इस बैठक में न तो अशोक गहलोत थे और न ही सचिन पायलट।
राजकुमार रोत, बेनीवाल और अमराराम को नहीं भेजा गया आमंत्रण
बैठक में जहां गहलोत और पायलट गुट के सांसदों की मौजूदगी चर्चा का विषय रही, वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सहयोगी रहे हनुमान बेनीवाल, कामरेड अमराराम और राजकुमार रोत को न्योता न दिया जाना राजनीतिक रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी के अंदर इसे आगामी चुनावी समीकरणों का संकेत माना जा रहा है।
डोटासरा और जूली की मौजूदगी ने बढ़ाई सियासी हलचल
दिल्ली में डोटासरा और जूली का एक साथ पहुंचना भी चर्चाओं में रहा। डिनर के दौरान डोटासरा, रंधावा और जूली ने सांसदों से गहन चर्चा की। पार्टी में गुटबाजी की शिकायतें हाईकमान तक पहुंच चुकी हैं, इसलिए इस बैठक को संगठन में एकता दिखाने की कोशिश माना जा रहा है।
जिलेवार बैठकों से चुनावी तैयारी तेज करेगी कांग्रेस
बैठक में चर्चा हुई कि बीजेपी सरकार के कई फैसले जनता के हित में नहीं हैं। कांग्रेस अब महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और किसानों के मुद्दों को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है। इसके तहत सुखजिंदर सिंह रंधावा और गोविंद सिंह डोटासरा जल्द ही जिलेवार बैठकें करेंगे, ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया जा सके और चुनावी रणनीति को मजबूत किया जा सके।

- डिनर बैठक: राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी की खबरों के बीच प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिल्ली में कांग्रेस सांसदों के साथ बैठक की।
- कौन-कौन रहा शामिल: राजस्थान के 8 लोकसभा सांसद, कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली इस बैठक में शामिल हुए।
- कौन नहीं बुलाया गया: हनुमान बेनीवाल, कामरेड अमराराम और राजकुमार रोत को इस बैठक का निमंत्रण नहीं मिला, जिससे सियासी अटकलें तेज हो गईं।
- रणनीतिक चर्चा: बैठक में बीजेपी सरकार के फैसलों, कांग्रेस की आगामी रणनीति और संगठन की मजबूती पर चर्चा हुई।
- आगामी कदम: पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और आगामी चुनावों की तैयारी के लिए जल्द ही जिलेवार बैठकें आयोजित की जाएंगी।