जयपुर: राजस्थान के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इसे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल बताया है। उन्होंने कहा, “अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को ही जेल से धमकियां मिल रही हैं, तो आम जनता कितनी सुरक्षित होगी?”
जेल से आया धमकी भरा कॉल
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के मुताबिक, पुलिस कंट्रोल रूम को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी दी गई। सीएम को मिली धमकी की तरह डिप्टी सीएम को भी कॉल जेल से ही किया गया है। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
टीकाराम जूली ने उठाए सवाल
टीकाराम जूली ने इस घटना पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा, “प्रदेश में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं। जेल के अंदर से धमकी भरे कॉल कैसे आ रहे हैं? अपराधियों तक मोबाइल कैसे पहुंच रहे हैं? इस पूरे मामले की निष्पक्ष और गहन जांच होनी चाहिए।”
पहले सीएम को भी मिल चुकी है धमकी
इससे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी दो बार जान से मारने की धमकी मिली थी। यह कॉल दौसा जिले की श्यालावास स्थित विशिष्ट जेल से किए गए थे। इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए जेलर और दो जेल कर्मियों को सस्पेंड किया गया था, जबकि तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने शुरू की जांच
डिप्टी सीएम को मिली धमकी के बाद पुलिस ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या इस धमकी का सीधा संबंध मुख्यमंत्री को पहले मिली धमकियों से है? जेल प्रशासन की भूमिका की भी जांच की जा रही है।