राजस्थान में डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को मिले धमकी भरे कॉल के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। राजस्थान सरकार ने सख्ती दिखाते हुए 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है, जबकि एक अधिकारी का तबादला कर दिया गया है। निलंबन की यह कार्रवाई अलग-अलग तीन जिलों में की गई है।
जयपुर सेंट्रल जेल में कारापाल भंवर सिंह, उप कारापाल रमेश चंद, मुख्य प्रहरी वीरेंद्र सिंह भाटी, प्रहरी चंद्रपाल और सुरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, जयपुर सेंट्रल जेल के उपाधीक्षक इन्द्र कुमार का तबादला कर उन्हें जिला कारागृह सीकर भेजा गया है। मामले की जांच के आदेश DIG जेल रेंज जयपुर को सौंपे गए हैं।
जोधपुर में दो पुलिसकर्मी निलंबित
जोधपुर सेंट्रल जेल में भी इस मामले में कार्रवाई हुई है। वहां कारापाल रामचंद्र और मुख्य प्रहरी चैनदान चारण को सस्पेंड कर दिया गया है। इनका मुख्यालय महानिदेशालय कारागार जयपुर रखा गया है। मामले की जांच की जिम्मेदारी IG जेल को दी गई है।
बीकानेर में 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड
बीकानेर में उप कारापाल जयसिंह, मुख्य प्रहरी विजय पाल, प्रहरी जगदीश प्रसाद और अनिल मीणा को निलंबित कर दिया गया है। इनका मुख्यालय सेंट्रल जेल श्रीगंगानगर तय किया गया है। झुंझुनूं जेल अधीक्षक प्रमोद सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
धमकी मामले में सख्त फैसला
डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को धमकी भरे कॉल मिलने के बाद राजस्थान सरकार ने पूरे मामले की जांच कराई थी। जांच में जेलों में हो रही कानून लापरवाही सामने आने के बाद सरकार ने यह सख्त फैसला लिया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।