Monday, April 28, 2025
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राजस्थान को यमुना जल के लिए सीएम ने ली बैठक, कहा- मिशन मोड में चल रहा काम

शेखावाटी में पेयजल संकट दूर करने के लिए सरकार बड़े स्तर पर काम कर रही है। इसी को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने झुंझुनूं जिले के पिलानी स्थित सीरी में हरियाणा और राजस्थान सरकार के आला अधिकारियों की बैठक ली और यमुना जल समझौते पर चर्चा की। उन्होंने इस परियोजना पर विस्तृत बात की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना को तेजी समय पर पूरा करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे को लेकर पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है और अब इसे मिशन मोड में आगे बढ़ाया जा रहा है।

यमुना जल समझौता बना समाधान की नई राह

मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब तीन दशक पुराना यमुना जल विवाद अब समाप्त होने की ओर है। राजस्थान, हरियाणा और केंद्र सरकार के सहयोग से एक ऐतिहासिक समझौता (MoU) पर सहमति बनी है, जिसके तहत अब ताजेवाल हेड से राजस्थान को पेयजल के लिए पानी मिल सकेगा। यह समझौता शेखावाटी सहित प्रदेश के कई जलसंकट प्रभावित इलाकों के लिए राहत की सौगात लेकर आ सकता है।

आईआईटी रुड़की से मांगा सहयोग

सीरी (CERI) में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) देश की श्रेष्ठ तकनीकी संस्थाओं की मदद से तैयार की जाए। इस क्रम में उन्होंने IIT रुड़की से सहयोग लेने का विशेष सुझाव भी दिया। तकनीकी मजबूती के लिए पानी लाने के हर पहलू पर गहराई से विचार किया जा रहा है।

पानी लाने के लिए 253 किमी पाइपलाइन विकल्प

बैठक में हथिनी कुंड बैराज से यमुना जल राजस्थान तक पहुंचाने के लिए चार प्रवाह विकल्पों की समीक्षा की गई। केंद्रीय जल आयोग द्वारा सुझाया गया 253 किलोमीटर लंबी तीन पाइपलाइनों वाला विकल्प सबसे उपयुक्त पाया गया है। इस विकल्प का धरातलीय परीक्षण हरियाणा के अधिकारियों की मदद से किया जाएगा। यह प्रणाली भविष्य में राजस्थान की जल जरूरतों को पूरा करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

₹19,000 करोड़ की अनुमानित लागत

इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत करीब ₹19,000 करोड़ आंकी गई है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यह योजना तकनीकी और प्रशासनिक दृष्टि से मजबूत होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई बाधा न आए।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत, सामाजिक न्याय मंत्री अविनाश गहलोत, स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता भुवन भास्कर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुरेंद्र गोयल तथा हरियाणा से मुख्य अभियंता यमुना नीतेश जैन, हथिनी कुंड बैराज के अधीक्षण अभियंता रविशंकर मित्तल, हिसार के अधीक्षण अभियंता विमल विश्रोई सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक
  • मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 30 साल से लंबित यमुना जल परियोजना को अमलीजामा पहनाने की घोषणा की।
  • राजस्थान, हरियाणा और केंद्र सरकार के बीच MoU साइन हुआ, जिससे शेखावाटी और अन्य क्षेत्रों में जल संकट से राहत मिलेगी।
  • हथिनी कुंड बैराज से 253 किमी लंबी तीन पाइपलाइनों के माध्यम से पानी लाने का विकल्प चुना गया, जिसे तकनीकी रूप से उपयुक्त माना गया है।
  • परियोजना की अनुमानित लागत ₹19,000 करोड़ है और इसके लिए IIT रूड़की जैसी संस्थाओं से तकनीकी सहयोग लिया जा रहा है।
  • सीरी (CERI) में हुई बैठक में दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए और डीपीआर तैयार करने के निर्देश भी जारी हुए।
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