इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना होने जा रहा Ax-4 मिशन अंतिम समय में एक बार फिर टाल दिया गया। यह मिशन को आज शाम 5:30 बजे भारतीय समयानुसार उड़ान भरने वाला था, लेकिन स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट में सात सेकंड की ‘हॉट फायर’ टेस्टिंग के दौरान लॉन्च पैड पर प्रोपल्शन बे में लिक्विड ऑक्सीजन (LOX) लीक होने की बात सामने आई। जिस पर इसे टालने का फैसला लिया गया।
लखनऊ के पायलट की ऐतिहासिक उड़ान
ISRO के एस्ट्रोनॉट और वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस मिशन में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद हैं। अगर सब ठीक रहता, तो वो 12 जून की रात 10 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचते।
यह मिशन सिर्फ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि भारत के स्पेस इतिहास में एक प्रतीकात्मक मोड़ होता। शुभांशु, राकेश शर्मा के बाद स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय बनते, और ISS की यात्रा करने वाले पहले।
टेस्टिंग के दौरान सामने आया लीकेज
लॉन्च से पहले बुधवार सुबह बूस्टर स्टेज की परफॉर्मेंस चेक की जा रही थी। परीक्षण के दौरान सात सेकेंड का हॉट टेस्ट किया गया था, तभी सिस्टम में ऑक्सीजन लीकेज का पता चला।
फाल्कन-9 रॉकेट का यह मिशन केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाना था। नई लॉन्च डेट की घोषणा अब अगले कुछ घंटों या दिनों में NASA और Axiom Space द्वारा की जाएगी।
मिशन का मकसद सिर्फ उड़ान नहीं
Ax-4 सिर्फ एक तकनीकी उड़ान नहीं है। यह उस बड़े विज़न का हिस्सा है, जिसमें भविष्य के कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन की बुनियाद रखी जा रही है।
14 दिन के इस मिशन में चार देशों के चार एस्ट्रोनॉट शामिल हैं, जो माइक्रोग्रेविटी में रिसर्च, टेक्नोलॉजी टेस्टिंग और एजुकेशनल इंटरेक्शन जैसे लक्ष्यों पर काम करेंगे। Axiom और NASA इस साझेदारी को ‘स्पेस में अगली क्रांति’ की संज्ञा दे चुके हैं।
चार बार टल चुका है मिशन
Ax-4 की लॉन्चिंग पहली बार 29 मई को निर्धारित थी। फिर 8 जून, उसके बाद 10 और फिर 11 जून। हर बार तकनीकी कारण सामने आए। बहरहाल, इसकी नई तारीखों की घोषणा नहीं की गई है।